आईपीएल क्रिकेट सट्टे का मुख्य आरोपी दीपक धीरवानी गिरफ्तार, कुछ दिन पहले ही पकड़ाया है गिरीश धीरवानी।

भाटापारा/बलौदाबाज़ार : बीते दिनों बलौदाबाजार जिला पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देशन में भाटापारा पुलिस ने ऑनलाइन आईपीएल क्रिकेट सट्टा गिरोह के मुख्य संचालक गिरीश घिरवानी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और सट्टा रैकेट का मास्टरमाइंड माना जा रहा था। गौरतलब है कि इससे पूर्व पुलिस ने गोवा के बोगमालो इलाके में छापेमारी कर ऑनलाइन सट्टा चला रहे गिरोह के 15 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। अब आईपीएल क्रिकेट सट्टे के दूसरे मुख्य आरोपी दीपक घिरवानी को पुलिस ने पकड़ने में सफलता प्राप्त कर ली है। उसके पास से दो नग मोबाइल सहित अन्य सामग्री जब्त की गई है। इसके पूर्व इस मामले में 16 आरोपियों को और गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले के संदर्भ में पुलिस द्वारा पत्रकारों को जानकारी दी गई कि थाना भाटापारा शहर के धारा 07 छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिशेध अधिनियम, धारा 318(4), 319 (2), 336 (2), 336 (3), 338, 340 (2),238, 111 बीएनएस एवं धारा 42(2), टेलीकम्युनिकेशन एक्ट धारा 66 सी, 66डी एक्ट आईपीएल सट्टा के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर जांच कार्यवाही में लिया गया था।

प्रकरण की जांच एवं विवेचना में यह ज्ञात हुआ कि आरोपियों द्वारा विभिन्न ऑनलाइन सट्टा ऐप का लॉगिन आईडी के माध्यम से आईपीएल क्रिकेट मैंचों पर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा पैनल का संचालन किया जा रहा है। इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा बोगमालो गोवा में घेराबंदी कर 16 आरोपियों को आईपीएल क्रिकेट मैंचों पर मोबाइल, टीवी, लैपटॉप आदि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा का संचालन करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। सट्टेबाज बेख़ौफ़ होकर सट्टेबाजी का संचालन कर रहे है। इसमें पुलिस लगातार कार्यवाही भी कर रही है।

आरोपियों द्वारा आनलाइन सट्टा 03 पैनल खेलो यार, आरबीसी 139 एवं वीनबज 7 का संचालन किया जा रहा था। इस दौरान आरोपियों से पृथक पृथक 8.15.000 कीमत मूल्य का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जब्त भी किया गया था। कार्यवाही के दौरान इस संपूर्ण आईपीएल क्रिकेट सट्टा का संचालन करने वाला मुख्य आरोपी दीपक धिरवानी फरार हो गया था, जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। इसी बीच पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देशन में थाना भाटापारा शहर की पुलिस टीम द्वारा प्रकरण के मुख्य आरोपी के छिपने का हर संभव ठिकाने का पता तलाश किया जा रहा था।