राजधानीवासियों को मिलेगी नई सौगात, रायपुर में बनेंगे 7 नये ओवरब्रिज, इन स्थानों का किया गया चयन….।

रायपुर : बीते 15 सालों में रायपुर का नक्शा बदल चुका है। ऐसे ही अब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को फिर से 7 नए ओवरब्रिज की सौगात मिलने जा रही है। यहाँ 25 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहर में एक साल के भीतर लोक निर्माण विभाग इन ओवरब्रिज का निर्माण कार्य पूरा कर लेगा। इन प्रोजेक्ट्स के लिए सरकार द्वारा बजट भी मंजूर कर दिया है। वहीँ ओवरब्रिज बनाने के लिए उन सड़कों की पहचान भी की गई है, जहां सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम और हादसे होते हैं। ऐसे में पीडब्ल्यूडी ने इसी सर्वे के आधार पर तय किया गया कि किस सड़क पर नया ओवरब्रिज बनना है। नए ओवरब्रिज के निर्माण से ट्रैफिक जाम-हादसों में कमी आएगी और हर सड़क पर जनता के 20 मिनट बचेंगे।

लोक निर्माण विभाग (PWD) के मुताबिक, राजधानी में सबसे पहले  ओवरब्रिज कालीबाड़ी चौक से पुलिस लाइन गेट और अमलीडीह चौक, केनाल लिंकिंग रोड पर द्रोणाचार्य स्कूल के पास बनेगा। अधिकारियों की योजना है कि इस ब्रिज के साथ ही गुढ़ियारी स्थित शुक्रवारी बाजार से स्टेशन की तरफ आने वाली सड़क पर भी ओवरब्रिज बनाने पर काम किया जा रहा है। इसके कारण इस क्षेत्र को सीधे एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जा सकेगा। लोक निर्माण के अफसरों का दावा है कि नए ओवरब्रिज के लिए मुख्यालय से भी सहमति बन गई है। इस वजह से इन सभी ओवरब्रिज का निर्माण होना तय है। जिससे जनता को बड़ी राहत मिलेगी।

7 ओवरब्रिज के निर्माण को लेकर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि हमारी सरकार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में लगातार विकास के कार्य कर रही है। इस वर्ष को हमने अटल निर्माण वर्ष घोषित किया है। निर्माण के माध्यम से विकास और विकास के माध्यम से लोगों के आवागमन को सुगम और सरल बनाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सड़के केवल आवागमन का साधन नहीं होती हैं। यह विकास की रेखा और दिशा बनती है। इस तरह विकास के नये आयाम गढ़ने के लिये लोकनिर्माण विभाग ने कमर कस ली है।

इन क्षेत्रों में बनाये जायेंगे नये ओवरब्रिज :

कालीबाड़ी से पुलिस लाइन गेट तक :

कालीबाड़ी चौक से पुलिस लाइन गेट तक 50 करोड़ रुपये की लागत से डेढ़ किलोमीटर लंबा ओवरब्रिज बनाया जाएगा। इस परियोजना को बजट में स्वीकृति मिल चुकी है। इस मार्ग पर सुबह 9:30 से 11:30 और शाम 5:30 से 7:30 बजे तक भारी ट्रैफिक जाम रहता है। यहां से प्रतिदिन 35 हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं। सर्वेक्षण कार्य पूर्ण हो चुका है और जल्द ही बजट जारी कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिसके बाद यहाँ से गुजरने वालों को बड़ी राहत मिलेगी।

फुंडहर चौक से टेमरी तक :

फुंडहर चौक पर ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए 30 करोड़ रुपये की लागत से एक फ्लाईओवर का निर्माण प्रस्तावित है। यह फ्लाईओवर लगभग 700 मीटर लंबा और 17 मीटर चौड़ा होगा। इसके बन जाने से एयरपोर्ट की ओर जाने वाले यात्रियों को फुंडहर चौक पर लगने वाले जाम से राहत मिलेगी, और उनका सफर लगभग 10 मिनट कम हो सकेगा। यहां प्रतिदिन 25 हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं।

अम्लीडीह चौक से द्रोणाचार्य स्कूल तक :

केनाल लिंकिंग रोड के ऊपर अम्लीडीह चौक से द्रोणाचार्य स्कूल तक 40 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण होगा। एमएमआई चौक से द्रोणाचार्य चौक तक इसका निर्माण किया जायेगा। यहां सुबह-शाम जाम लग रहा है। लगभग 25 हजार गाड़ियां रोजाना गुजरती हैं। प्रारंभिक सर्वे पूरा कर लिया गया है. बजट के लिए डीपीआर बना है, उसके बाद काम शुरू कर दिया जायेगा। 

गुढ़ियारी-एक्सप्रेस-वे को जोड़ने फ्लाईओवर :

गुढ़ियारी स्थित शुक्रवारी बाजार से एक्सप्रेस-वे को जोड़ने की योजना बनाई जा रही है। पीडब्ल्यूडी यहां एक फ्लाईओवर के निर्माण की योजना पर काम कर रहा है, जो सीधे एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। यहां से प्रतिदिन लगभग 30 हजार वाहन गुजरते हैं। फिलहाल फ्लाईओवर के लिए प्रारंभिक योजना तैयार की जा रही है।

इन क्षेत्रों में भी होगा ओवरब्रिज का निर्माण :

मोवा : खालसा स्कूल से मोवा रिलायंस मार्ट तक ओवरब्रिज बनाने पर काम चल रहा है. इसकी अनुमानित लागत करीब 135 करोड़ है। अभी ट्रैफिक का दबाव बहुत ज्यादा है। दिनभर यहाँ काफी भीड़ रहती है।

भनपुरी चौक : भनपुरी चौक पर ओवरब्रिज बनेगा। इस पर करीब 40 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। रोजाना 50 हजार से ज्यादा वाहनों को यहां रुकना नहीं पड़ेगा। बड़े वाहन यहाँ ज्यादा संख्या में गुजरते है।

खारुन नदी : यह ओवरब्रिज रायपुर और पाटन को जोड़ेगा। इसकी मंजूरी के लिए प्रस्ताव शासन के पास भेजा गया है। इसकी लागत करीब 60 करोड़ है। इससे रोजाना औसतन 80 हजार वाहनों का सफर आसान होगा। महादेव घाट रोड पर आये दिन आम लोग जाम से जूझते है।