धर्मांतरित ग्रामीण की मौत के बाद कफन-दफन को लेकर तनाव का माहौल, आधा दर्जन गांवों के लोग इकठ्ठा, चर्च में की तोड़फोड़।

कांकेर : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के जामगांव में धर्मांतरण के लेकर कई बार विवाद सामने आ चुके है। मामला है यहाँ धर्मांतरित ग्रामीण की मौत के बाद उनके शव को दफनाने पर दो दिनों से गांव में तनाव की स्थिति है। आक्रोशित भीड़ ने चर्च में घुसकर तोड़फोड़ कर दी। इसके अलावा गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। ग्रामीणों को रोकने की कोशिश की जा रही है। इस मामले में ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ईसाई समुदाय ने गांव की जमीन पर जबरन शव को दफनाया है।इससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने चर्च में घुसकर तोड़फोड़ की है। इस घटना से आक्रोशित जामगांव सहित आसपास के गांवों के लोगों ने सड़क पर चक्काजाम कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि दफनाया गया शव बाहर निकालकर ईसाई कब्रिस्तान में दफन किया जाए अन्यथा वे उग्र आंदोलन करेंगे। इस मामले में क्षेत्र में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों की चेतावनी के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

बीते दो दिनों से जामगांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। यहाँ करीब आधा दर्जन गांव के लोग इकठ्ठा हो चुके है और धर्मांतरित ग्रामीण के शव को कब्र से बाहर निकालने की मांग कर रहे है, यहाँ काफी भीड़ इकट्ठी हुई है, जिसको देखते हुए भारी पुलिस बल मौके पर तैनात किया गया है। जानकारी सामने आई है कि जामगांव के रहने वाले सोमलाल राठौर की तबियत बिगड़ने से दो दिन पहले मौत हो गई थी ,जिनका कफ़न दफन उनके परिजनों ने ईसाई रीति रिवाज से अपनी निजी जमीन पर किया था, जैसे ही इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई, ग्रामीणों ने इसका विरोध शुरू कर दिया, ग्रामीणों की कहना है कि गांव की अपनी परम्परा होती है, लेकिन उक्त ग्रामीण के परिवार ने धर्म परिवर्तन किया है और ईसाई रीति रिवाज से कफ़न दफन किया है, इसलिए शव को बाहर निकालकर ईसाई कब्रिस्तान में दफन किया जाए।

यह विवाद शुरू होने के बाद दो दिन से गांव में तनाव का माहौल है, लेकिन अब तक प्रशासन किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सका है, ग्रामीणों को समझाने की तमाम कोशिशें फेल हो चुकी है, गोटियावाही के सरपंच राजेंद्र मरकाम ने कहा है कि, शव को दफनाने से लोगों की भावनाएं आहत हुई है। प्रशासन को इसका समाधान निकालना चाहिए। फिलहाल जिला मुख्यालय से भी पुलिस बल मौके पर भेजा गया है। जामगांव की सरपंच भगवती उईके ने कहा, मौजूदा स्थिति बेहद तनावपूर्ण है। हम प्रशासन से मांग करते हैं कि समय रहते उचित निर्णय लिया जाये।