रायपुर : राजधानी की खूबसूरती पर लगातार लोग बट्टा लगा रहे है। जगह-जगह अवैध फ्लेक्स चिपका रहे है। ऐसे ही अब नगर निगम के नगर निवेश विभाग की समीक्षा बैठक महापौर मीनल चौबे ने विभागीय अध्यक्ष मनोज वर्मा के साथ शनिवार को ली है। इसमें उन्होंने तेलीबांधा से टाटीबंध तक सड़क के डिवाइडर्स को नो-फ्लैक्स स्ट्रीट घोषित किया है तो वहीं विभाग के अधिकारियों को इसमें तत्परता के साथ काम करने कहा है। नक्शा पास करने में हो रही देरी की शिकायत पर महापौर ने स्पष्ट कर दिया कि अब अगर इसमें घुमाने-फिराने वाली शिकायत आई तो आवेदक के सामने ही जिम्मेदारी अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा। आम जनता को बिल्कुल ना घुमाया जाये।
इस समीक्षा बैठक में महापौर ने दस दिनों के अंदर प्रत्येक जोन में वेडिंग जोन चिन्हित कर उसमें ठेला एवं पसरा कारोबारियों को जगह देने कहा है। इसी के साथ आवासीय नक्शे पास करने में लगातार आ रही परेशानी को देखते हुए उन्होंने सभी रिहायशी आवेदनों में एक महीने के भीतर नक्शे पास करके आवेदक नागरिकों को देने कहा। इस कार्य में देरी होने पर जिम्मेदार नगर निवेश अभियंताओं पर कार्यवाही की चेतावनी दी है। घरों के नक्शे के कार्य के लिए उन्होंने पंजीकृत आर्किटेक्ट की जानकारी भी नागरिकों को देने कहा, जिससे मकान बनाने की दस्तावेजी प्रक्रिया में परेशानी न हों। इसके अलावा सभी जोनों में अवैध निर्माण और अवैध प्लाटिंग पर लगातार अभियान चलाकर कार्यवाही की जाये।
इस बैठक में अपर आयुक्त पंकज शर्मा, विनोद पाण्डेय, अधीक्षण अभियंता राजेश पी नायडू, नगर निवेशक आभाष मिश्रा, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तृप्ति पाणीग्रही, एनयूएलएम मिशन मैनेजर सुषमा मिश्रा, कोमल भटनागर आदि उपस्थित थे। जहाँ उल्ट निर्णय लिये गये है।



