नई दिल्ली : चीन की हरकतों के कारण भारत और चीन के बीच लम्बे तल्खी रही है। ऐसे में भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस 9 नवंबर 2025 से शंघाई और नई दिल्ली के बीच राउंड-ट्रिप विमान फिर से शुरू करने की तैयारी में है। दोनों शहरों के बीच यह फ्लाइट हर बुधवार, शनिवार और रविवार को चलेगी। एयरलाइन इस मार्ग पर एयरबस A330-200 वाइड-बॉडी विमान का इस्तेमाल करेगी, जिसमें यात्रियों को लंबी दूरी की यात्रा के दौरान बेहतर आराम और वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। भारत और चीन के बीच काफी समय से बड़े स्तर पर व्यापार होता आया है। ऐसे में भारतीय व्यापारियों के लिए यह काफी ख़ुशी की बात है।
नई दिल्ली-शंघाई के बीच फ्लाइट की टाइमिंग :
चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस की फ्लाइट MU563 शंघाई से दोपहर 12:50 बजे रवाना होगी और दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शाम 5:45 बजे पहुंचेगी। इसके साथ वहीं फ्लाइट MU564 दिल्ली से रात 7:55 बजे चलेगी और अगली सुबह 4:10 बजे शंघाई पहुंचेगी। एयरलाइन ने इस रूट के लिए टिकटों की बिक्री भी शुरू कर दी है इससे ट्रेड, शिक्षा, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म सेक्टर को मजबूती मिलने की उम्मीद है। इससे दोनों देशों को बड़ा लाभ मिलेगा।
दोनों देशों के बीच संपर्क बढ़ेगा : चाइना ईस्टर्न एयरलाइन
इस साल अगस्त में तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दोनों देशों के चुनिंदा शहरों के बीच फिर से सीधे फ्लाइट शुरू करने की घोषणा की थी। चाइना ईस्टर्न एयरलाइन की ओर से कहा गया है कि यह कदम दोनों देशों के बीच संपर्क और कारोबारी रिश्तों में नई ऊर्जा भरेगा। इससे दोनों देशों के बीच तल्खी में कमी आयेगी।
इंडिगो ने भी की थी फ्लाइट शुरू करने की घोषणा :
इस महीने की शुरुआत में इंडिगो ने 26 अक्टूबर से कोलकाता से चीन के गुआंगझोउ के लिए दैनिक उड़ानें शुरू करने की घोषणा की थी। एयरलाइन की ओर से दिल्ली और गुआंगझोउ के बीच भी विमान संचालन शुरू करने की उम्मीद है। इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने 3 अक्टूबर को कहा था, “हम भारत और चीन के बीच सीधे फ्लाइट की बहाली की घोषणा करते हुए बेहद उत्साहित हैं। हमें गर्व है कि हम दो शहरों से चीन के लिए डायरेक्ट फ्लाइट्स शुरू करने वाली पहली एयरलाइन में शामिल हैं। यह कदम दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को भी सुदृढ़ करेगा। इस तरह दोनों देशों की विमानन कंपनियों को व्यापारिक लाभ मिलेगा।
कोविड-19 महामारी के दौरान भारत-चीन के बीच फ्लाइट बंद कर दी गई थी। हालांकि सब कुछ पटरी पर लौटने के बाद भी दोनों देशों के बीच फ्लाइट शुरू नहीं हुई। वहीँ गलवान घाटी में हुए हिंसक झड़प और एयर बबल एग्रीमेंट पर सहमति नहीं बन पाने के कारण दोनों देशों के बीच एविएशन लिंक लंबे समय तक ठप रहे। दोनों देशों के बीच काफी तल्खी बढ़ती रही।



