रायपुर : राजधानी में सुधांशु महाराज का प्रथम आगमन तत्कालीन समय में स्व. कांशीराम सचदेव के प्रयासों से शंकर बीटीआई ग्राउंड में हुआ था। तबसे राजधानी के कई धर्मप्रेमी उनसे जुड़े और उनका साप्ताहिक विडियो सत्संग तेलीबांधा में शुरू किया गया। राजधानी के कुम्हारी क्षेत्र में उनके अनुयाइयों ने उनका आश्रम स्थापित किया है, जिसे ब्रम्ह्लोक आश्रम नाम दिया गया है, यहाँ भगवान शिव को कैलाश पर्वत में स्थापित किया जायेगा, जो पर्यटन के हिसाब से भी महत्वपूर्ण है, अभी इसका निर्माण कार्य अंतिम सिरे पर है। वहीँ आपको बता दें कि राजधानीवासियों में धर्म प्रेमियों की लगातार संख्या बढ़ रही है।
वहीँ बीते दिनों प. धीरेन्द्र शास्त्री का भी आगमन हुआ था और जनवरी 2026 में राधास्वामी मत का कार्यक्रम भी राजधानी में आयोजित है। इधर विश्व जागृति मिशन मंडल के संस्थापक सद्गुरु सुधांशु महाराज गुरु पूर्णिमा के पावन प्रसंग पर छत्तीसगढ़ की धर्मधानी में विराजमान रहेंगे। यहाँ विशेष रूप से उनका दिव्य भक्ति सत्संग यहां बलबीर सिंह जुनेजा स्टेडियम बुढ़ापारा में 4 से 7 दिसंबर तक होगा। जिसकी तैयारियां इन दिनों जोरों पर हैं। इस मामले में आपको एक खास बात बता दें कि पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने सुधांशु महाराज से महापौर बनने के लिये आशीर्वाद माँगा था, जिसके बाद सुधांशु महाराज ने उन्हें कहा था जरुर बनोगे।
इसके साथ ही कार्यक्रम की जानकारी विश्व जागृति मिशन मंडल रायपुर के अध्यक्ष सुरेश सचदेव, सुनील सचदेव व मीडिया प्रभारी अश्विनी विग ने परसदा स्थित ब्रह्मलोक आश्रम में एक प्रेस वार्ता में दी। उपरोक्त प्रेसवार्ता में उपाध्यक्ष विनोद अग्रवाल, दिलीप सचदेव, विनोद शर्मा, मिलनकान्त अग्रवाल, हरिभाई पटेल, आर.के. साहू, सुशील शर्मा उपस्थित थे। मिशन के पदाधिकारियों ने इस दौरान बताया कि महाराजश्री अपने 4 दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी ओजस वाणी से संबोधित करेंगे। प्रवास के दौरान वे परसदा स्थित ब्रह्मलोक आश्रम मे चल रहे श्रीकैलाश मानसरोवर निर्माण कार्यों का अवलोकन कर दिशानिर्देश व सुझाव भी देंगे। जो कि काफी अद्भुत रूप से निर्माणाधीन है।
इंडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में होगा दिव्य सत्संग :
रायपुर के बलवीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में दिव्य भक्ति सत्संग का शुभारंभ गुरुवार, 4 दिसंबर को होगा, जो शाम 4.30 से 7.30 बजे तक चलेगा। वहीं शुक्रवार, 5 दिसंबर से रविवार, 7 दिसंबर तक यहां सुबह 9 से 11:30 बजे तक और शाम 5 से 7:30 बजे तक दिव्य भक्ति अनवरत चलेगा। इसके साथ ही मंत्र दीक्षा का कार्यक्रम 7 दिसंबर को सुबह 11 बजे से रखा गया है।



