100 रुपये के झगड़े में अनवर की बेरहमी से हत्या, दोषी जोड़े को उम्रकैद।

कोलकाता (पश्चिम बंगाल) : 100 की मामूली रकम को लेकर हत्या का मामला सामने आया है। कभी-कभी मामूली विवाद भी खौफनाक वारदात का रूप ले लेते हैं। कोलकाता से ऐसा ही एक मामला सामने आया है जो काफी चौंकाने वाला है, यहां सिर्फ 100 रुपये को लेकर एक नौजवान की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। अब इस हत्याकांड के करीब छह साल बाद अदालत ने आरोपी प्रेमी जोड़े को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है।

यह मामला जून 2019 का बताया गया है। यहाँ 23 साल के मोहम्मद अनवर का 2 जून 2019 की रात खून से लथपथ हालत में मोगरा के कान्ता पोखर क्षेत्र में एक दुकान के सामने पड़ा हुआ मिला था। मोहम्मद अनवर हुगली जिले के मोगरा गंज स्थित नोटिंगग्राम का रहने वाला था, जब उसका शव मिला तो उस समय पुलिस क्षेत्र में नियमित रूप से गश्त कर रही थी। गश्त के दौरान ही पुलिसकर्मियों अनवर गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिला था, जिसके बाद अनवर को पुलिस ने आनन फानन में गंभीर हालत में मोगरा रूरल अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों ने चिकित्सकीय परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस मामले में मृतक के मामा रंजीत साव ने अगले दिन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने स्थानीय निवासी कृष्ण बावल दास और उसकी प्रेमिका लक्ष्मी राय को हत्या का आरोपी बताया था।

वहीँ पुलिस विभाग ने इस मामले की जांच इंस्पेक्टर गौतम मंडल को सौंपी। मामले की जांच के दौरान पुलिस को एक महत्वपूर्ण चश्मदीद गवाह मिला, जिसने बताया कि घटना वाली रात उसने अनवर को आरोपी जोड़े के साथ झगड़ते देखा गया था। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत में केस की पैरवी सरकारी वकील सुभ्रत भट्टाचार्य ने की और अदालत में कुल 24 गवाहों की गवाही दर्ज कराई गई।

पुलिस की जांच में सामने आया कि अक्सर लक्ष्मी, अनवर से 100 रुपये लेती थी। जब अनवर पैसे वापस मांगे तो लक्ष्मी जल्द लौटाने का वादा किया। इसी बीच रकम देने में देरी को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ। इसी दौरान लक्ष्मी के साथी कृष्ण बावल दास ने गुस्से में आकर अनवर के सिर पर ईंट से वार कर दिया। यह वार इतना तेज था कि अनवर मौके पर ही गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा। जिससे प्रेमी जोड़ा घबरा गया।

इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी जोड़ा कृष्ण बावल दास और उसकी प्रेमिका लक्ष्मी राय खून से सनी हालत में अनवर को मौके पर छोड़कर फरार हो गये। हालांकि, बाद में गहन जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। वहीँ इस मामले में करीब छह साल चली सुनवाई के बाद चंचोड़ा स्थित अदालत ने मंगलवार (2 दिसंबर) को कृष्ण बावल दास और लक्ष्मी राय दोनों को हत्या का दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट के फैसले के साथ पीड़ित परिवार ने राहत की सांस ली। मामूली 100 रूपये के विवाद के कारण एक की जान चली गई और दो लोगों को आजीवन कारावास की सजा मिली।