रायपुर। राज्य में किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। 25 नवंबर तक किसानों से 16 लाख 73 हजार 370 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है, जिसके एवज में किसानों को 34 करोड़ 81 लाख 65 हजार रूपए का भुगतान भी बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत किया जा चुका है।
धान बेचने में किसानों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो, इसको लेकर पूरी व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सभी उपार्जन केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में बारदाने उपलब्ध हैं।
समर्थन मूल्य पर धान खरीदने के लिए इस साल राज्य सरकार द्वारा किसानों को ऑनलाइन टोकन जारी करने की व्यवस्था के चलते किसानों को सहूलियत होने लगी है। बड़ी संख्या में किसान टोकन तुंहर हाथ एप के माध्यम से धान बेचने के लिए अपनी मर्जी के मुताबिक तिथि का चयन करने लगे हैं। इसके साथ ही उपार्जन केन्द्रों द्वारा मैन्युअल रूप से किसानों को टोकन जारी करने की व्यवस्था पूर्व वर्षों की भांति जारी है।
खाद्य सचिव टी.के. वर्मा ने बताया कि, इस साल राज्य में समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए राज्य में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.23 लाख नये किसान हैं। राज्य में धान खरीद के लिए 2568 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। सामान्य धान 2040 रुपये प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है। राज्य में धान खरीद की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
सीमावर्ती राज्यों से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट पर माल वाहकों की चेकिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीद के साथ-साथ धान का उठाव किया जा रहा है। आज की स्थिति में 11.53 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डी.ओ. जारी किया गया है, जिसके एवज में उपार्जन केंद्रों से 7.23 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है।
राज्य में आज 25 नवंबर को 38 हजार 461 किसानों से 1 लाख 42 हजार 664 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है, इसके अलावा ऑनलाइन प्राप्त टोकन के जरिए किसानों से 31 हजार 127 मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीद की गई। आगामी दिवस की धान खरीद के लिए 51,568 टोकन तथा टोकन तुंहर हाथ एप के जरिये 11,144 टोकन ऑनलाइन जारी किए गए हैं।