राकेश डेंगवानी/स्वास्थ्य : आजकल लोग गैस और एसिडीटी से काफी परेशान है, युवा भी इससे अछूता नहीं है, इसके मुख्य कारण है, आजकल की दिनचर्या – लोगों द्वारा मेहनती काम ना करना , देर रात को खाना खाकर सोना जिससे अपच होना, तेज मिर्च मसालेदार और तैलीय सामग्री खाना, घर के बजाय बाहर के खाने को ज्यादा तवज्जो देना, दिन में 5 कप से ज्यादा चाय पीना , रात को दूध पीकर सोने से भी एसिडीटी होती है, इन सबका सरल निराकरण है , की मौसम के अनुसार अपना खान-पान बदलें और मौसमी फलों का सेवन करें।
गैस और एसिडीटी से बचने का सरल उपाय :
बिना बर्फ का शुद्ध गन्ना रस दो दिन का गैप करके पियें, जिससे गैस ख़त्म होगी और एसिडीटी भी नही होगी, गर्मी के बाद अन्य मौसम में इसकी जगह देसी गुड़ का सेवन करें खाना खाने के बाद, शाम का भोजन जितना जल्दी कर सकें उतना बेहतर। साथ में उपर दी गई परहेज काफी लाभकारी रहेगी। रात को दूध पीकर सोने से एसिडीटी होती है और कफ की शिकायत बढती है , दूध में थोड़ी हल्दी मिलाकर पियें और रात के बजाये सुबह दूध पीने की आदत बनाये, इतने में 95% तक आपकी ये दोनों समस्यायें हल हो जायेंगी। अंग्रेजी दवाओं कीजरुरत पड़े, उससे देसी नुस्खे और परहेज बेहतर है, जो आपको दवाओं से दूर रहने में सहायता करती है।
बदलते मौसम में क्या सावधानी बरतें :
प्रस्तावना : गर्मी में लू लगने के कारण बुखार लम्बा भी चल जाता है, ऊपर बीते वर्षों कोरोना को लेकर लोग दहशत में रहे है, जिसके आपको खास तौर पर परहेज करना जरुरी, कोरोना की ख़बरें लगातार आ रही है, कही डॉक्टर आपको कोरोना टेस्ट की सलाह ना दे दे, बाकी आप खुद समझदार है, इसलिये इस गर्मी में निम्नलिखित परहेज करें :
सावधानी : जितना हो सके धूप में काम ना करें , शाम को 5 बजे के बाद ही घर से निकलने का प्रयास करें, जेब में एक छोटा प्याज लेकर निकले, पूरे मुंह और सर पर गमछा बांधकर निकलें, हर घंटे थोड़ा-थोड़ा सादा पानी पीते रहें, बर्फीला या फ्रीज का ठंडा पानी ना पिये, धूप से आने के बाद पहले पंखे के नीचे बैठें, उसके 5 मिनट बाद ही मटके या बर्तन का सादा पानी पिये।
और अगर इससे आपको फायदा पहुंचे तो दूसरों को भेजकर उनकी मदद भी जरुर करें।