ठगबाजों से सावधान, अलग-अलग पैंतरे से करते है ठगी, टेस्ट ड्राइव के नाम पर स्पोर्ट्स बाइक लेकर भागा, मालिक को अपना मोबाइल देकर वीडियो बनवाया, फिर हो गया था फरार।

रायपुर : आजकल मध्यमवर्गीय और संपन्न परिवारों के बच्चे भी अपने शौक पूरे करने के लिये ठगियों को अंजाम देने लगे है, अभी कल ही हमने महासमुंद के नीरज चंद्राकर के बारे में बताया था, जो लोगों से पैसा ट्रांसफर करवाता है और बाद में कहता है, पैसा लाना भूल गया हूँ , लाकर देता हूँ, कहकर भाग जाता है, अब यह दूसरा मामला भी देख लीजिये।

रायपुर में टेस्ट ड्राइव के नाम पर स्पोर्ट्स बाइक लेकर फरार हो जाने वाले आरोपी को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला 12 अप्रैल का है, जब तेलीबांधा थाने के सामने आरोपी ने पहले तो टेस्ट ड्राइव का वीडियो बनवाया, फिर अपना मोबाइल बाइक मालिक के पास ही छोड़कर फरार हो गया।

बाइक लेकर फरार होने का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। जिसके बाद तेलीबांधा पुलिस ने साइबर टीम की मदद से आरोपी की तलाश शुरू की। आरोपी रंजीत सोनी बाइक मालिक हिमांचल भगत को चकमा देकर रायगढ़ भाग गया था। पीड़ित हिदायतुल्ला लॉ यूनिवर्सिटी का छात्र है, जिसने अपनी बाइक बेचने के लिए OLX पर विज्ञापन डाला था। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस कर उसकी घेराबंदी की और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से बाइक बरामद कर ली गई है।

यह था पूरा मामला :

नवा रायपुर के सेक्टर – 17 में रहने वाले हिमांचल भगत ने बताया कि उसने OLX पर अपनी स्पोर्ट्स बाइक बेचने के लिए विज्ञापन डाला था। सप्ताह भर पहले आरोपी ने उसे बाइक खरीदने के लिए मैसेज किया और अपना नंबर भी शेयर किया। दोनों की बात हुई और आरोपी ने उसे 12 अप्रैल को दोपहर करीब 12 बजे अपनी बाइक दिखाने के लिए कहा। इस पर दोनों ने मुलाकात की। मुलाकात के दौरान जब आरोपी युवक ने बाइक टेस्ट ड्राइव के लिए मांगी, तो हिमांचल ने इनकार कर दिया। मगर आरोपी ने अपने मोबाइल में दूसरे टेस्ट ड्राइव का वीडियो दिखाकर उसे राजी कर लिया।

इसके बाद दोनों तेलीबांधा थाने के ठीक सामने पहुंचे। जहां आरोपी ने हिमांचल को अपना मोबाइल देते हुए टेस्ट ड्राइव का वीडियो बनाने को कहा। एक से दो राउंड बाइक चलाने के बाद वह आंखों से ओझल हो गया। फिर आरोपी ना अपना मोबाइल लेने लौटा और ना बाइक खरीदने या वापस करने। कुछ घंटे इंतजार करने के बाद हिमांचल ने उसकी शिकायत तेलीबांधा थाने में दर्ज कराई और पुलिस को आरोपी का मोबाइल सौंप दिया। हिमांचल ने जो वीडियो आरोपी के मोबाइल से बनाया है, उसी के आधार पर पुलिस आरोपी की शिनाख्त की। साइबर सेल की मदद से पुलिस ने आरोपी रंजीत सोनी को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। इस तरीके अपना मोबाईल थमा आरोपी बाईक लेकर फरार हो गया।

हमारे सवाल :

क्या आरोपी को इतनी समझ नहीं थी की खुद ही विडियो बनवाकर वो अपने खिलाफ सबूत बनवा रहा है? साथ में अपराध को अंजाम देकर पीड़ित को परेशानी में भी डाल रहा है, क्या वो पुलिस प्रशासन के सामने चुनौती दे रहा है? क्या बिना कागज की गाड़ी में वो पकड़ में नहीं आयेगा? यही सब बातें सिद्ध करती है की अपने शौक पूरे करने के लिये आरोपी इस प्रकार की घटना को अंजाम दे रहे है।

महासमुंद का ठगबाज नीरज चंद्राकर :

छत्तीसगढ़ के महासमुंद का रहने वाला नीरज चंद्राकर। यह व्यक्ति शिवालिया पार्क, खैरा महासमुंद का रहने वाला है, इसके खिलाफ महासमुंद के सिटी कोतवाली थाने में ठगबाजी की शिकायत दर्ज हुई थी, जिसे हेमकुमार सिन्हा ने दर्ज करवाया था, शिकायत में हेमकुमार ने बताया की उनका चॉइस सेंटर है BTI रोड में जहाँ यह ठगबाज पैसे ट्रान्सफर करवाने आया, इसका मोबाईल नंबर 9584171579 है, जिसमें ठगबाज नीरज ने 8,000/- रुपये की रकम ट्रांसफर करवाई, रकम ट्रांसफर करवाने के बाद ठगबाज नीरज ने कहा पैसे भूल गया हूँ बैंक से निकालकर आ रहा हूँ कहकर वहां से तुरंत ही भाग गया, इसी तरीके से रायपुर के संतोषी नगर दुकानदार की भी शिकायत थाने में दर्ज है और इसी तरीके से ये कई घटनाओं को अंजाम दे चूका है, पुलिस इसे लगातार खोज रही है