मां और पत्नी हत्या के केस में बंद, आरोपी ने वकील की फीस देने के लिये, कैब ड्राइवर को मारकर आंगन में गाड़ दिया।

रायपुर : आरोपी राकेश की मां और पत्नी हत्या के केस में रायपुर जेल में बंद है। वह पिछले एक साल से उन्हें छुड़वाने का प्रयास कर रहा है। उसके पास पैसे नहीं है। तब उसने अपने साथी तपन के साथ मिलकर टैक्सी लूटने की प्लानिंग की। आरोपी टैक्सी को 7-8 लाख में बेचने की तैयारी में थे। इसलिए टैक्सी बुक करायी। उसके बाद सुनील की हत्या कर दी। उसने जो साजिश रची, उसमें उसका दोस्त भी फंस गया।

घटना पुरानी बस्ती क्षेत्र से 13 दिनों से गायब टैक्सी ड्राइवर सुनील वर्मा का शव बुधवार को अभनपुर के खोला में जमीन खोदकर निकाला गया। खोला गांव के ही दो लड़कों ने टैक्सी लूटने के लिए हत्या की। हत्या के आरोपी की मां और पत्नी मर्डर के एक केस में जेल में बंद है। उन्हें छुड़ाने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। इसलिए टैक्सी ड्राइवकर को मार डाला। टैक्सी छिपा दी ताकि बेचकर पैसे जुटा सके। कातिलों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए दृश्यम फिल्म की तरह पूरे हत्याकांड की साजिश रची।

भाठागांव पुरानी बस्ती पहुंचकर अभनपुर के लिए टैक्सी बुक की। फिर अभनपुर में पहुंचते ही गला घोंटकर ड्राइवर काे मार डाला। लाश वहां दफनायी और उसका मोबाइल लेकर बस से दंतेवाड़ा गए। वहां मोबाइल फेंककर उसकी मौजूदगी वहां दिखाने की कोशिश की। पूरे घटनाक्रम की कहानी ऐसी गढ़ी कि टैक्सी मालिक गाड़ी से कोंडागांव सवारी लेकर गया, वहां से दंतेवाड़ा गया वहीं उसकी हत्या कर दी गई है।

पुलिस ने टैक्सी ड्राइवर सुनील के मोबाइल पर आए अंतिम कॉल से तहकीकात शुरू की और पूरे हत्याकांड का पर्दाफाश किया। पुलिस ने बताया कि पुरानी बस्ती शीतला पारा निवासी सुनील वर्मा (47) टैक्सी का मालिक था। वह अपनी गाड़ी खुद चलाता था। उसकी टैक्सी को कई बार अभनपुर खोला निवासी राकेश कुर्रे (31) ने बुक करा चुका था। इसलिए सुनील उससे परिचित था।

डेढ़ माह पहले कुर्रे उसे उज्जैन महाकाल ले गया था। इस वजह से सुनील को उस पर भरोसा था। 14 अप्रैल की शाम राकेश ने सुनील को फोन किया और अभनपुर के लिए टैक्सी बुक करायी। शाम को सुनील भाठागांव से राकेश को लेकर खोला गया। वहां राकेश का साथी तपन बांधे (28) मिला। दोनों ने मिलकर कार में ही सुनील को मार डाला और आधी रात निर्माणाधीन मकान के पास शव को खोदे गए गड्ढे में डालकर पाट दिया।

अब जानिए कैसे हुई पूरी वारदात
रायपुर के पुरानी बस्ती थाना इलाके में सुनील वर्मा (47) रहता था। पेशे से टैक्सी चलाने का काम करता था। इसकी कार को अक्सर अभनपुर के रहने वाले राकेश कुर्रे (31) तपन बांधे (28) बुक किया करते थे। 14 अप्रैल को भी ऐसा ही हुआ। बुकिंग के आधार पर खाली गाड़ी लेकर दोनों के पास गया।

दोनों आरोपियों को पैसों की जरुरत थी। इसलिए प्लान बनाया कि सुनील को बुकिंग के नाम पर बुलाएंगे और सुनसान जगह पर उसकी हत्या के बाद कार लूट लेंगे। दोनों ने यही किया। 14 अप्रैल की रात जब सुनील वर्मा कार लेकर बदमाशों के पास पहुंचा तो आरोपियों ने सुनील को खोला गांव में रात के 12 बजे नहर के पास ले गए। पहले इधर-उधर की बातें करने लगे और फिर रस्सी से गला घोंटकर सुनील की हत्या कर दी।

घर वाले कर रहे थे इंतजार :

उधर सुनील की हत्या हो गई इधर उसके परिवार को लगा कि सुनील वापस आएगा। लेकिन 15 अप्रैल बीतने को आई सुनील का न फोन कनेक्ट हो रहा था। न वो वापस आया। परेशान परिजनों ने इसके बाद पुलिस को जानकारी दी। पुलिस टीम को पता चला कि सुनील राकेश और तपन के साथ था। पुलिस ने राकेश से इस मामले में पूछताछ की। उसने कह दिया कि वो इस मामले में कुछ नहीं जानता। मगर दो बार और पूछताछ किए जाने पर उसने बयान बदल दिया। जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पूरा गुनाह कबूल कर लिया

खोदकर निकाली गई लाश :
बदमाशों ने हत्या के बाद सुनील की कार का नंबर बदल दिया था। गाड़ी को गांव के पास ही छुपा दिया था। गाड़ी को बेंचकर पैसों का बंटवारा करने की योजना थी। सुनील का मोबाइल फोन भी गांव से दूर ले जाकर फेंका। सुनील की रात में हत्या के बाद राकेश ने अपने ही घर के आंगन के पास शव को गाड़ दिया था। बुधवार को जब पुलिस को जानकारी मिली तो जेसीबी से खुदाई कराकर लाश को निकाला। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करके धारा 302, 201, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है।