कर्नाटक/छत्तीसगढ़ : विधानसभा चुनाव में नेताओं की बयानबाजी की आंच अब छत्तीसगढ़ तक पहुंच गई है। कर्नाटक में भाजपा विधायक यतनलाल ने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को विषकन्या कहा है। इस पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ी आपत्ति जताई। सीएम ने कहा कि सोनिया गांधी को विषकन्या कहा जा रहा है, अब इस बयान पर मोदी और शाह क्या कहेंगे? इससे भारतीय जनता पार्टी का चाल चरित्र चेहरा समझ में आ गया है। सीएम ने इस मामले में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा FIR भी दर्ज कराने की बात कही है।
सीएम ने कहा कि बीजेपी हर बार सोनिया गांधी को टारगेट करती है। उनके राष्ट्रीय नेताओं ने सोनिया गांधी के बारे में कितनी बार अनर्गल बातें कही हैं। भाजपा को ही दूसरे के बारे में बोलने का अधिकार है, लेकिन दूसरों के बोलने से तकलीफ होती है। जिस तरह से मल्लिकार्जुन खड़गे के जहरीले सांप वाले बयान को लेकर वे देशभर में विरोध कर रहे हैं। फिर भी खड़गे ने बड़प्पन दिखाते हुए अपना बयान वापस ले लिया, लेकिन आज उनके विधायक सोनिया गांधी को विषकन्या कह रहे हैं। क्या ये उचित है, इस मामले मोदी-शाह क्या कहेंगे?
स्मृति को गांधी परिवार के अलावा कुछ नहीं दिखता :
चुनाव प्रचार के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को जहरीला सर्प बताया था, स्मृति ईरानी कह रही हैं भले ही शब्द खड़गे के हो, लेकिन लेकिन विष गांधी परिवार का है। इस पर बघेल ने कहा की स्मृति ईरानी को गांधी परिवार के अलावा कुछ दिखाई नहीं देता।
गहलोत ने भी दर्ज कराया विरोध और कहा :
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा विधायक द्वारा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को विष कन्या बताने वाले बयान की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखूंगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वो देखेंगे की पीएम मोदी भाजपा विधायक पर क्या एक्शन लेते हैं।