नई दिल्ली : बीते वर्षों अधिकतर लोग OTT की तरफ चले गये है, और भारतीय सिनेमा लगातार गिरावट की ओर है, फिल्मों के कारोबार में गिरावट को लेकर मल्टीप्लेक्स चेन ऑपरेटर पीवीआर-आइनॉक्स ने अगले छह महीने में करीब 50 सिनेमा स्क्रीन बंद करने का फैसला किया है। इन सिनेमाघरों से कंपनी को घाटा हो रहा है या ये ऐसे मॉल में हैं, जो अपनी लाइफ साइकल पूरा कर चुके हैं। इन सिनेमाघरों को रिवाइव करने के आसार नहीं हैं। कंपनी ने अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करते हुए यह जानकारी दी। हो सकता है आपके शहर में भी बंद हो, लेकिन कंपनी पूरे सिनेमा बंद नहीं करेगी सिर्फ नुकसान में चल रहे सिनेमा ही बंद करेगी, पहले भी ADLABS अपने सिनेमा घर Carnival सिनेमा को बेच चूकी है।
पीवीआर-आइनॉक्स को मार्च तिमाही में 333 करोड़ रुपए का भारी घाटा हुआ था। कंपनी को इससे पहले दिसंबर तिमाही में 16.1 करोड़ रुपए का फायदा और पिछले साल मार्च तिमाही में 105 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी की ऑपरेशंस से कमाई 1,143 करोड़ रुपए थी, लेकिन इस साल इसी अवधि में यह कमाई सिमटकर 536 करोड़ रुपए रह गई। फिल्मों का व्यापार दिनोंदिन गिर रहा है।
फरवरी-मार्च में नहीं चली कई हिंदी फिल्में :
पिछले साल दिसंबर में हॉलीवुड की ’अवतार : वे ऑफ वॉटर’ और इस साल जनवरी में शाहरुख खान की ’पठान’ ने अच्छा कारोबार किया, लेकिन फरवरी और मार्च में आई हिंदी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं कर पाईं। इनमें अक्षय कुमार की ’सेल्फी’, राजकुमार संतोषी की ’गांधी गोडसे : एक युद्ध’, कार्तिक आर्यन की ’शहजादा’ और राजकुमार राव की ’भीड़’ शामिल हैं।
अभी सिनेमा का दौर कम हो रहा है, और OTT जोर पकड़ रहा है, TV में भी ये सब सुविधायें शुरू हो गई है , ऊपर से महंगे होते टिकट जिसके कारण लगातार इस व्यापार में गिरावट आ रही है।
दोनों कंपनियों का हो सकता है विलय , हो जायेंगे इतने सिनेमाघर :
देश की मल्टीप्लेक्स इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है और देश के दो सबसे बड़े मल्टीप्लेक्स चेन पीवीआर और आईनॉक्स चेन का विलय होने वाला है। अब इस विलय को लेकर एक बड़ा अपडेट आ गया है। जनवरी में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की बॉम्बे बेंच ने दोनों मल्टीप्लेक्स चेन यानी पीवीआर लिमिटेड और आईनॉक्स लीजर के विलय के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद इन मल्टीप्लेक्स चेन का नाम पीवीआर-आईनॉक्स (PVR-INOX) हो जाएगा, यह देश का सबसे बड़ा फिल्म Exhibitor बन जाएगा, दोनों के विलय के बाद इस कंपनी के कुल 1,546 स्क्रीन होंगे जो 341 प्रॉपर्टी और 109 शहरों में फैले हुए हैं, लेकिन सिनेमाघरों के नाम बदले नहीं जायेंगे।