रायपुर : नशे के कारण राजधानी में चाकूबाजी चरम पर है, यहाँ गांजे पर प्रतिबन्ध है फिर भी धड़ल्ले से गांजा बिक रहा है और बदमाश चाकूबाजी को अंजाम दे रहे है, अपराधी तत्व नशे में ही लूटपाट और चाकूबाजी को अंजाम दे रहे है, दूसरी तरफ राजधानी में रात को पबों में सुबह 3 – 4 चार बजे तक नशीली पार्टियों में ड्रग्स का सेवन हो रहा है, जिस पर कोई लगाम नहीं है, प्रशासन को इसकी पूरी जानकारी भी है, छत्तीसगढ़ में गांजे पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। मगर यहां न सिर्फ गांजा बल्कि बड़े आराम से ब्राउन शुगर और हेरोइन, विदेशी ड्रग्स भी पहुंच रहा है। कुछ मामलों में पुलिसिया कार्यवाही होने से तस्करों की सप्लाई नेटवर्क का पता चल रहा है। जानकारी के मुताबिक रायपुर के कई नाइट क्लब और होटलों में इसे पार्टी के बीच बेचा जा रहा हैं। अब एमपी और पंजाब से ड्रग्स की खेप रायपुर आ रही है।
गांजे की बड़ी सप्लाई ओडिशा से प्रतिबंध के दावों के बीच जारी है। ताजा मामले में रायपुर पुलिस ने हेरोइन पकड़ी है। पंजाब में होने वाली तस्करी के अंदाज में बेहद खूफिया ढंग से इसे रायपुर लाया गया। इस तरह के मामलों को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री ने चीफ सेक्रेटरी को नशे के खिलाफ अभियान चलाने के खास निर्देश दिए हैं। जिसको लेकर प्रशासन का अमला मुस्तैद है, लेकिन जमीनी हकीकत पर उतना प्रभाव नहीं दिखता, क्यूंकि पबों में रसूखदार भी शामिल हो रहे है।
ताजा मामले में पुलिस ने पंजाब के तस्कर और रायपुर में उसका सहयोग करने वाले एक बदमाश को पकड़ा है। हेरोइन स्मगलर पहले भी रायपुर में नशे की खेप सप्लाई कर चुके हैं। पुलिस को इनपुट मिला कि टाटीबंध चौक के पास होटल मल्टीस्टार के रूम नबंर 101 मे ठहरे हुये दो लोगों के पास ड्रग्स हैं। रायपुर पुलिस की स्ट्राइक फोर्स और स्थानीय थाने की टीम ने होटल में दबिश दी। पुलिस कमरे में पहुंची यहां पंजाब के तरनतारण का रहने वाला निशान सिंह (26) मिला। इसके साथ रायपुर के हीरापुर में रहने वाला धर्मेन्द्र सिंह उर्फ साबी (40) भी था। धर्मेंद्र भी मूलत: पंजाब का ही रहने वाला है। निशान सिंह पंजाब से इसे ड्रग्स लाकर देता था।
पुलिस की जांच में पता चला बेहद खुफिया अंदाज में हेरोइन लाई गई। इनकी तलाशी लिए जाने पर पेंट के जेब मे रखा मोबाईल का चार्जर मिला। पुलिस को शक हुआ। चार्जर को जांचने पर ये अंदर से खोखला था। जो हिस्सा इलेक्ट्रिक सॉकेट में लगाया जाता है वो किसी बोतल की ढक्कन की तरह खुल गया, चार्जर के अंदर सफेद पारदर्शी प्लास्टिक पैकेट में हेरोइन भरकर रखा गया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से एक छोटा तराजू मिला है, इसे हेरोइन तोलने का काम किया जाता था। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पंजाब में पाकिस्तान से ड्रग्स की तस्करी होती है ये पंजाब और देशभर में भेजा जाता है। शहर के टाटीबंध इलाके में इसकी खूब बिक्री होती है।
5 दिन में गांजे से लेकर ब्राउन शुगर तक रायपुर में मिली :
नशे का कारोबार इस कदर फल-फूल रहा है इसका अंदाजा इससे लगाएं कि बीते सिर्फ 5 दिनों में यानी की 10 से 15 जून के बीच रायपुर में हर तरह के खतरनाक नशे का सामान मिला है, जिसका कोई छोटा हिसाब नहीं है। इसमें गांजा, ब्राउन शूगर, हेरोइन तक शामिल है। 14 जून को पुलिस ने 5 किलोग्राम गांजा के साथ आरोपी अब्दुल सकुर को पकड़ा था। इसके पास से 1 लाख का गांजा मिला। 12 जून को ब्राउन शूगर के साथ यूपी का बदमाश सूर्यप्रकाश शाही अपने एक साथी के साथ गिरफ्तार किया गया। ये होटल कोर्टयार्ड मैरिएट के पास पुलिस को मिले। इनके पास से 4 ग्राम ब्राउन शुगर मिली जिसकी कीमत 27 हजार रुपए है। 10 जून को पुलिस ने 5 किलो 800 ग्राम गांजे के साथ प्रदीप जैन उर्फ मोण्टू नाम के बदमाश को पकड़ा था। हालांकि पुलिस की कार्यवाही जारी है, फिर भी इतनी मात्रा में गांजा , हेरोइन , ड्रग्स सप्लाई लगातार हो रही है।
CM ने दिए मुख्य सचिव को निर्देश :
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में नशा मुक्ति हेतु व्यापक जन-जागरण अभियान आरंभ करने के निर्देश मुख्य सचिव को दिए। उन्होंने कहा है कि नशा मुक्ति जन-जागरण अभियान की विस्तृत कार्य योजना तैयार करें। समाज कल्याण विभाग एक माह में नशा मुक्ति जन-जागरण अभियान की विस्तृत कार्य योजना प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा है कि इस अभियान में शासकीय प्रयासों के साथ ही एन.जी.ओ., सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक संस्थाओं का सक्रिय सहयोग प्राप्त किया जाए। सरकार शराब बंदी पर भी विचार कर रही है, जिसे अभी तक अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है।
2 करोड़ का गांजा जला चुकी है पुलिस :
2 साल पहले प्रदेश के CM भूपेश बघेल ने कहा था गांजे की एक पत्ती भी प्रदेश में न आए। ये बात उन्होंने सभी जिलों के SP और IG की बैठक में कही थी। उन्होंने गांजे पर फोकस करते हुए बैठक में साफ कहा था कि गांजे की एक पत्ती भी दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में नहीं घुसने देना चाहिए। इसके ठीक एक साल बाद पुलिस ने 2 करोड़ का गांजा जलाकर नष्ट किया ये वो गांजा था तो सालभर में पुलिस ने पकड़ा था। अफसरों ने तब 2 मामलों में 6.5 किलो के गांजा पौधे, डोडा के 6 मामलों में 65 किलो डोडा, अफीम के मामले में 500 ग्राम अफीम, 543 नग नशीला सिरप, 2396 नशीली टेबलेट, 116 ग्राम ब्राउन शुगर को भट्टे में डालकर जला दिया था। ये आंकड़े पुलिस से प्राप्त है।