रायपुर : चुनाव में कोई गड़बड़ी ना हो इसको लेकर पुलिस प्रशासन हर साल आचार संहिता लगते ही महिना – दो महिना पहले ये अभियान चलाती है, लेकिन कई लोग हथियार जमा नहीं करते जिसके कारण पुलिस विभाग द्वारा इस वर्ष चुनाव के 7 माह पहले ही यह अभियान शुरू कर रही है। विधानसभा चुनाव 2023 के चलते पुलिस ने राजधानी रायपुर में लाइसेंसी हथियार रखने वालों के लिए फरमान जारी करते हुए उनके पास रखे हथियारों अपने-अपने थानों में जमा करने निर्देश जारी कर दिया है। इस चुनाव में पुलिस आचाार संहिता लगने के पहले से ही हथियार समेटने की कवायद तेज की है। मई महीने से हथियार जमा कराने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। अभी तक 250 लाइसेंसी हथियार थानों में पहुंच चुके हैं।
पुलिस विभाग के अफसरों के मुताबिक पिछले चुनाव तक आचार संहिता लगने या फिर इसके एक महीने पहले हथियार रखने कवायद तेज की जाती थी। मगर इस बार व्यवस्था में बदलाव करते हुए वरिष्ठ अफसरों के निर्देश पर सात महीने पहले ही लाइसेंस रखने वालों से हथियार लिया जा रहा है। रायपुर जिले में लाइसेंसी हथियार रखने 1540 लोगों को जिला प्रशासन की ओर से लाइसेंस जारी है। पुलिस आचार संहिता लगने के पहले ही हथियारों को अपने पास जमा कराएगी। जिससे समय पर हथियार जमा करवाये जा सकें।
विभागीय अफसरों का कहना है इस चुनाव में ला एंड आर्डर एक बड़ी चुनौती है। सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था, चुनाव संचालन और फिर नेता-मंत्रियों के कार्यक्रमों की व्यवस्तता काफी ज्यादा रहेगी। ऐसे में लाइसेंस लेकर रखने वाले लोगों को जल्द से जल्द अपने हथियार थानों में जमा करने कहा जा रहा है। जिले में शहर व ग्रामीण इलाके दोनों क्षेत्रों से लोगों ने लाइसेंस ले रखा है। इसमें आठ प्रतिशत महिलाओं के नाम पर भी लाइसेंस जारी हैं। चुनाव को लेकर आयोग और पुलिस विभाग खासी सतर्कता बरतते है।
जो लोग पहले थे कारोबारी अब बन गए है नेता :
पुलिस की सूची में कई लोगों ने खुद को कारोबारी बताते हुए हथियार के लिए लाइसेंस ले रखा है, लेकिन इनमें से अब कई कारोबारी से नेता बन चुके हैं। ऐसे लोगों पर निगाहें तेज की जा रही है। शहर को संवेदनशील और अति संवेदनशील क्षेत्रों में बांटने के बाद लाइसेंस जमा कराने का दबाव काफी ज्यादा है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार बड़े राजनीतिक संगठनों से नेताओं के नाम पर लाइसेंस जारी किया गया है। कई ऐसे चेहरे हैं जिनकी इस चुनाव में अहम भूमिका रहने की भी संभावना है। जिसको लेकर भी पुलिस काफी सतर्क है।
नए आवेदनों की रफ्तार अब धीमें :
चुनाव को लेकर जिले में कानून व्यवस्था बनाने में पुलिस जुट गई है। व्यस्त कार्यक्रमों के तहत नये लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों की फाइलें अब जाम हो गई है। पुलिस के नए आदेश के मुताबिक लाइसेंस लेने वालों को हथियार चलाने पुलिस परेड ग्राउंड से ट्रेनिंग लेनी जरूरी है। इसके बाद जिला प्रशासन को आदेश जारी करना है। व्यस्तता होने की वजह से नए लाइसेंस जारी करने की कोई निश्चत समय सीमा अब नहीं रह गई है। हालांकि नए लाइसेंस के लिए आवेदन पर फिलहाल कोई रोक नहीं लगाया गया है, लेकिन ये काम अब धीमा हो गया है।
रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि लोग आवेदन दे सकते हैं, कोई रोक नहीं है, लेकिन अभी पुराने लाइसेंस धारियों के हथियार जमा कराने कवायद शुरू हो चुकी है। जिले में सभी थानों में लोग हथियार जमा कर रहे हैं। जिले में कुल 1540 लोगों के पास लाइसेंसी हथियार हैं, जिन्हें जमा कराने निर्देश जारी हो चुका है। जल्द ही इन सभी के हथियार थानों में जमा करा दिये जायेंगे।