गलत सिग्नल की वजह से हुआ था बालासोर हादसा।

नई दिल्ली : बालासोर के पास दो जून को हुई कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटना की जांच में रेलवे सुरक्षा आयोग (सीआरएस) ने पाया है कि इसकी मुख्य वजह ‘गलत सिग्नल मिलना’ था। रेलवे बोर्ड को सौंपी गई जांच रिपोर्ट में सिग्नलिंग और परिचालन (यातायात) विभाग को भी दुर्घटना के लिए साझा जिम्मेदार पाया गया। जांच में कहा गया कि ट्रेन को गुजरने की अनुमति देने से पहले सिग्नलिंग प्रणाली का परीक्षण करने के सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक लेवल क्रॉसिंग लोकेशन बॉक्स के अंदर तारों को गलत ढंग से लेबल किया गया था। इसका बरसों तक पता नहीं चला। जिसके कारण यह घटना हुई।

जांच रिपोर्ट के अनुसार 16 मई, 2022 को खड़गपुर डिवीजन में गलत वायरिंग के कारण इसी तरह की घटनायें हुईं। इस घटना के बाद गलत वायरिंग की समस्या को हल करने के लिए सुधार करने वाले उपाय किए जाते तो बालासोर रेल हादसा नहीं होता। जांच रिपोर्ट में कई स्तरों पर हुई गड़बड़ियों की ओर ध्यान दिलाया गया। जांच टीम ने खामियों को दूर करने के लिए सघन अभियान चलाने का सुझाव दिया है। जिसको लेकर रेलवे सक्रिय हो गया है।