अब तक पता नहीं चला 40 लाख रूपये के चोरी हुये मोबाईल फ़ोन का, इस कारण नहीं मिल पाते चोरी गये मोबाईल।

रायपुर: आमतौर पर चोरी गये मोबाईल नहीं मिल पाते है, चोरी होने वाले मोबाईल लोगों को इसलिए नहीं मिल पाते, क्योंकि इसकी नेपाल में तस्करी हो जाती है। फिर वहां सस्ते में बेच दिया जाता है। अलग देश होने के कारण पुलिस वहां तक नहीं पहुंच पाती। बिहार-यूपी में कई चोर गिरोह हैं, जो रायपुर सहित अन्य शहरों में मोबाइल और इलेक्ट्रानिक्स आइटम ही चुराते हैं। मोबाईल सर्चिंग की तकनीक भी भारत के अन्दर तक ही काम करती है, दूसरे देश का सिम मोबाइल में डालने के बाद वहीँ का नेटवर्क काम करता है। चोरी के मोबाइलों को तस्करी के जरिए नेपाल भेज देते हैं। पचपेड़ीनाका के मोबाइल दुकान में चोरी करने वालों का पता नहीं चल पाया है। आशंका है कि इसमें भी उसी तरह के किसी गिरोह का हाथ है। इस दुकान से 40 लाख रूपये के मोबाईल चोरी हुये थे।

पचपेढ़ी नाका चौक के पास मां लक्ष्मी टेलीकॉम से अज्ञात चोरों ने 100 से ज्यादा मोबाईल चुराए हैं। इनमें आईफोन व अन्य महंगे मोबाईल भी शामिल हैं। दुकान के भीतर एक ही चोर का फुटेज मिला है, जो डिब्बों से मोबाइल निकालकर रखते हुए नजर आया है। इसमें एक से ज्यादा चोरों के शामिल होने की आशंका है। चोरी से पहले रेकी की गई है। पुलिस को घटना से कुछ दिन पहले कुछ संदिग्ध युवक दुकान के आसपास घूमते दिखे हैं। पुलिस CCTV फुटेज खंगाल रही है, जिससे सुराग मिलने की सम्भावना है।

अलग पैटर्न से हुई है चोरी :

पचपेढ़ीनाका के पास हुई चोरी का पैटर्न अलग है। इसमें दीवार में सेंधमारी की गई है। इसलिए पुलिस बाहरी चोर गिरोह के अलावा लोकल चोरों को भी संदेह के दायरे में रखते हुए जांच कर रही है। जेल से छूटे आदतन चोरों से पूछताछ की जा रही है मामले की जांच की जा रही है। कुछ स्थानों से मिले सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। मामले का जल्द ही खुलासा किया जाएगा।

-गिरीश तिवारी, टीआई, एसीसीयू, रायपुर