दुर्ग/भिलाई : सटोरियों पर पुलिस की लगातार कार्यवाही जारी है, दुर्ग पुलिस ने ऑनलाईन सट्टा चलाने वालों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की है। मामले में दीपक नेपाली के भाई नीरज नेपाली सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी ऑनलाईन सट्टा का खिलाते हुए पकड़े गए हैं। इनके पास मोबाइल, लैपटॉप, राउटर, पासबुक, एटीएम और करोड़ों रुपए के हिसाब-किताब का पता चला है। इससे पहले भी कई सटोरिये पकड़े जा चूके है।
दुर्ग पुलिस ने जामुल थाना क्षेत्र के 32 एकड़ क्षेत्र से ऑनलाईन सट्टा चलाने वाले कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। उन लड़कों ने पुलिस को बताया कि वे सैलरी में रखे गए थे और उनका मास्टरमाइंड दीपक नेपाली है। दीपक ने सारा काम अपने भाई नीरज नेपाली और लोकेश नेपाली को सौंप रखा है। एसपी दुर्ग शलभ सिन्हा ने क्राइम ब्रांच डीएसपी राजीव शर्मा को पैनल को पकड़ने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने अपनी टीम को सक्रिय किया।
जब इसी दौरान उन्हें पता चला कि नीरज नेपाली, आनंद यादव, राजवीर सिंह और अयान भिलाई में रहकर ऑनलाईन सट्टा चला रहे हैं तो पुलिस ने उन्हें शनिवार रात को भिलाई से उठाया। पूछताछ में सभी ने अपना अपराध स्वीकार किया। पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा कर सकती है।
ऑनलाईन सट्टा के दम पर बनाई करोड़ों की संपत्ति :
दीपक नेपाली कैंप वन संग्राम चौक में रहता था। पिछले सालों में उसने ऑनलाईन सट्टा के जरिए करोड़ों रुपए की संपत्ति बनाई है। बताया जा रहा है कि तीन-चार महीने पहले ही नीरज की शादी हुई है। जिसमें 50-60 लाख रुपए खर्च किए गए थे। इतना ही नहीं उसके पास इंडीवर जैसी कई महंगी गाड़ियां हैं। दीपक नेपाली के तार डायरेक्ट दुबई से जुड़े हैं। उसने इतना पैसा कमा लिया है कि अब वो उस रकम को प्रॉपर्टी के काम में लगा रहा है।
200 मीटर के एरिया में लगा रखा है सीसीटीवी कैमरा :
दीपक नेपाली ऑनलाईन सट्टा से जुड़ी सारी गतिविधियां घर बैठे संचालित करता है। उसने घर के लगभग 200 मीटर एरिया में सीसीटीवी कैमरा लगाया हुआ है। जैसे ही पुलिस उसके घर की तरफ बढ़ती है उसे पता चल जाता है और वो सारे गैर कानूनी चीजों को हटा देता है। जिसके कारण पुलिस को कार्यवाही करने में दिक्कत जाती है, लेकिन इस बार ये पकड़ में आ गया।
दो महीने पहले दुबई से लौटा है लोकेश नेपाली :
ऑनलाईन सट्टा के इस अवैध कारोबार में दीपक नेपाली के साथ उसके भाई नीरज नेपाली और लोकेश नेपाली भी शामिल है। यहां तक बताया जा रहा है कि लोकेश दो महीने पहले ही दुबई से भारत आया है। वहां वो ऑनलाईन सट्टा चलाने वाले सरगनाओं के साथ रहा है। बड़ा सवाल ये उठता है कि लोकेश के खिलाफ राजनांदगांव के तुमड़ी मोड़ में लूट का एक मामला भी दर्ज हुआ था। इसके बाद भी उसका पासपोर्ट कैसे बन गया, यह जांच का विषय है।
संग्राम चौक के दर्जनों लड़कों को लगाया काम में :
दीपक नेपाली संग्राम चौक में रहता है। बताया जा रहा है कि वहां रहने वाले लगभग 20 से अधिक लड़के दीपक के कहने पर ऑनलाईन सट्टा खिला रहे हैं। पुलिस इन सभी के नामों की तलाश कर रही है। इन लड़कों के जरिए वो उत्तराखंड और बिहार में भी पैनल चला रहा है। यहां तक बताया जा राह है कि देहरादून में उसने 5 मंजिला पूरी इमारत किराए से ले रखी है और वहां एक साथ कई पैनल संचालित हो रहे हैं।
गिरफ्तार सभी आरोपी दीपक नेपाली से जुड़े
क्राइम ब्रांच ने नीरज सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें नीरज, दीपक का भाई है। इसके साथ ही राजवीर सिंह, दीपक नेपाली का ड्राइवर है। इसके साथ ही वो सट्टा का काम भी देखता है। वहीं आनंद यादव मूलतः यूपी का रहने वाला है। इसका काम सट्टे की रकम के लिए बैंक खातों का जुगाड़ कराना है। ये गरीब लोगों की आईडी लेकर धोखे से उनका अकाउंट खुलवाता है और उसे ऑनलाईन सट्टा चलाने वालों को बेच देता है। चौथा आरोपी अयान है। अयान भी पूरा एक पैनल संभालता है। सभी आरोपी संग्राम चौक कैंप वन के ही रहने वाले हैं। सभी पर पुलिस लगातार शिकंजा कास रही है।