रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा विशेष सत्र का दूसरा और अंतिम दिन काफी हंगामेदार रहा। आरक्षण विधेयक पर चर्चा के दौरान पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर और मंत्री शिवकुमार डहरिया आपस में भिड़ गए। हंगामा इस कदर हुआ की बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। अब दोनों पक्षों का बयान सामने आया है।
घटना को लेकर दोनों पक्षों के नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं। भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और अजय चंद्राकर ने इस घटना का जिम्मेदार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री रविंद्र चौबे को ठहराया है और मंत्री शिव डहरिया को टूल्स बताया है। इसके साथ ही बृजमोहन ने कहा कि, “हम लोग भी अपनी माता के पुत्र हैं। हम लोगों में भी वो दम है”। “अगर कोई हमको ऐसा चैलेंज करता है तो उसका जवाब देना हम जानते हैं”।
मुख्यमंत्री ने मंत्री को उकसा कर हमारी तरफ भेजा तो यह और दुर्भाग्यजनक है। अगर मैदान में कुश्ती लड़ना चाहते है तो अभी हम भानूप्रतापपुर उपचुनाव में लड़ रहे हैं, यहां पर भी कुश्ती का मैदान बना ले हम लड़ेंगे।
वहीं मंत्री शिवकुमार डहरिया ने कहा है कि ये आरक्षण के विरोध में इतना उतर आए हैं कि धक्का-मुक्की करने लग गए हैं। ये नहीं चाहते कि, आदिवासी समाज, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को उनका अधिकार मिले।