कल फिर सन्डे आ गया, राजधानी में तो घूम लिये, अब कहाँ जायें? तो चलिये हमारे साथ यहाँ पर रायपुर से मात्र 80 किलोमीटर दूर।

रायपुर : पर्यटन के हिसाब से हमारा छत्तीसगढ़ भी कम नहीं है, लेकिन हमें ये कुछ खास नहीं लगता, लेकिन आमतौर पर आप कहीं भी घुमने जाते है तो आप कहां – कहाँ घूमते है, नदी , तालाब , मंदिर , गार्डन, झरने, बाँध आदि जैसी जगह पर तो आइये हम आपको राजधानी के पास में ही ले चलते है, अब इस समय सावन महीने में झरने, नदी, पहाड़, घाटी का सौंदर्य चरम पर है। प्रकृति का आनंद लेने के लिए वीकेंड के साथ समान्य दिनों में भी बड़ी संख्या में लोग प्राकृतिक जगहों पर दोस्तों और परिवार के साथ पहुंच रहे हैं।

छत्‍तीसगढ़ में समुद्र भले ही न हो लेकिन यहां अनोखा ‘समुद्री किनारा’ जरूर है, जहां आप गोवा के समुद्र में एडवेंचर का मजा लेने जैसा अनुभव कर सकते हैं। क्रूज पर घूमने के साथ रेतीले बीच पर छतरी के नीचे आराम फरमा सकते हैं। यह स्थान है छत्तीसगढ़ का ‘मिनी गोवा’ कहलाने वाले गंगरेल डेम। यहां पर्यटकों के लिए खूबसूरत आर्टिफिशियल बीच, अफोर्डेबल लेक व्यू काटेज और टेंट्स, एक से बढ़कर एक वाटर स्पोर्ट्स उपलब्ध हैं। यहाँ सन्डे बिताने के लिये उपयुक्त जगह है और साथ में ही यहाँ पर मां अंगारमोती का मंदिर है, जहाँ आप देवी माता के दर्शन भी कर सकते है।

यहाँ पर पर्यटकों को मिलेगा ‘सी बीच’ का अहसास :

अगर आप सन्डे को घूमने का प्लान बना रहे हैं तो मिनी गोवा की सैर पर जा सकते हैं। रायपुर से लगभग 80 किलोमीटर दूरी पर स्थित गंगरेल बांध को पर्यटन के लिहाज से बेहद खूबसूरती से विकसित किया गया है। यहां एक सुंदर गार्डन भी है, जो गंगरेल बाँध के नजदीक ही है, बाँध में आम लोगों के लिये एंट्री बंद कर दी गई है। इस जगह पर पर्यटकों को ‘सी बीच’ का अहसास देकर उत्साह जगाने के लिए करीब एक किलोमीटर के दायरे में आर्टिफिशियल बीच तैयार किया गया है। बिल्कुल समुद्री किनारे की तरह, यहां रेत ही रेत फैली नजर आती है, जहां बैठकर परिवार और दोस्तों के साथ आनंद ले करते हैं। दूर-दूर तक फैली विशाल जलराशि बिल्कुल समुद्र की नजदीकी का अहसास देती है। यहाँ रोजाना हजारों की संख्या में लोग पहुँचते है, छुट्टी के दिन यहाँ काफी भीड़ होती है।

ऐसे पहुंचे गंगरेल बांध :

गंगरेल बांध धमतरी से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर है यहाँ सड़क मार्ग से ही रायपुर से सीधे जा सकते हैं, यहाँ रायपुर के पुराना धमतरी रोड से यह रास्ता 10 किलोमीटर कम पड़ता है, यह अंदरूनी ग्रामीण रास्ता है। रायपुर के संतोषी नगर से छछानपैरी और यहाँ से भखारा होते हुये आप धमतरी जायेंगे , वहां से लगभग 12 किलोमीटर।

इन चीजों का यहाँ मिलेगा मजा :

पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां क्रूज, मोटर बाइक, नावों की सुविधा उपलब्ध है। साथ ही कमांडो नेट, रोप लाइनिंग, जिपलाइनिंग, वाटर साइकिल, कयाक, पैरासेलिंग, आकटेन समेत विभिन्न प्रकार के एडवेंचर की व्यवस्था है। यहां 50 रुपये से लेकर 4,000 रुपये में अलग-अलग तरह की बोटिंग की जा सकती है। घर का खाना बनाकर आप यहाँ पिकनिक का मजा भी ले सकते है, लेकिन यहाँ नहाने की सुविधा नहीं मिलेगी।

यहाँ बच्चों के लिए पैडल बोट है तो बड़े हाई स्पीड बोट का मज़ा भी ले सकते हैं। खाने के लिए यहां कैफेटेरिया भी है। गंगरेल बांध के पास ही मां अंगारमोती का प्रसिद्द मंदिर है। अंगारमोती माता के प्रति यहां के लोगों में अगाध श्रद्धा है। आप दर्शन कर अपनी मनोकामना मां के समक्ष रख सकते हैं। आप यहाँ घुमने के लिये सबसे पहले मां अंगारमोती के दर्शन कीजिये , उसके बाद गंगरेल के सी बीच का मजा लीजिये और शाम होते ही यहाँ बने गार्डन में घूमें, इस तरीके से आप यहाँ अपना सन्डे बेहतरीन बना सकते है।