छत्तीसगढ़ में सत्ता वापसी के लिए भाजपा ने कसी कमर, चुनावी रण में होगा ये खेल….।

रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य बनने के हुये पहले राज्य चुनाव से भाजपा लगातार सत्ता में रही है, लगातार तीन चुनाव जीतने के बाद बीते चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर होना पड़ा, इस बार छत्तीसगढ़ में भाजपा ने सत्ता वापसी के लिए ताकत झोंक दी है। प्रदेश के 90 विधानसभा क्षेत्रों में 90 विधायकों के प्रवास के बाद पार्टी ने अब उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार समेत अन्य राज्याें से 250 से अधिक नेताओं की फौज तैनात करने वाली है। वह दिल्ली के नेताओं के निर्देश पर मानिटरिंग करेंगे। इसके लिए प्रदेश के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, सरगुजा और बस्तर संभाग में प्रभारियों की नियुक्ति हो चुकी है।

इनमें झारखंड के संगठन महामंत्री करमवीर बस्तर, बिहार के भाजपा कोषाध्यक्ष दिलीप जायसवाल रायपुर, बिहार के विधायक संजीव चौरसिया को दुर्ग, पश्चिम बंगाल के संगठन महामंत्री सतीश ढोंड को पश्चिम बंगाल और झारखंड के विधायक अनंत ओझा को सरगुजा संभाग की जिम्मेदारी मिली है। ऐसे ही जिलों में भी प्रभारी नियुक्त किए जा रहे हैं। इसी तरह अन्य जिलों में भी नेताओं को प्रभार दिया जा रहा है। सभी को व्यवस्थित तरीके से तैयार किया जा रहा है।

महिलाओं और बच्चियों को सुरक्षा देने में भूपेश सरकार फेल : लक्ष्मी वर्मा

महिलाओं की सुरक्षा और धरसींवा की घटना पर भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा ने कहा कि बच्चियों को सुरक्षा देने में भूपेश सरकार फेल हो गई है। लगातार बढ़ रही अनाचार की घटना ने पूरे छत्तीसगढ़ के जनमानस को झकझोर कर रख दिया है।

कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भाजपा शासित राज्यों में हुए अनाचार की घटना का विरोध करने पहुंच जाती हैं, लेकिन जब प्रियंका गांधी छत्तीसगढ़ आईं थीं, उसी दिन राजधानी के जयस्तंभ चौक के पास एएसपी आफिस के नीचे बने मल्टीलेवल पार्किंग में एक नाबालिग बच्ची के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। भूपेश सरकार हमर बेटी-हमर अभिमान की बात करती है, उसकी जमीनी हकीकत खुलकर सामने आ गई है। भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ की महिलाओं की सुरक्षा तक नहीं कर पा रही है। राज्य में अपराध चरम पर है।