रायपुर : सालभर से ज्यादा समय हो गया है, राज्य में महादेव का बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है, जहाँ रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर को ही लोग जानते थे वहीँ अब नया नाम शुभम सोनी सामने आ गया है, जिसने चुनावी माहौल में अपना विडियो जारी करके बवाल मचा दिया है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात पर जोर दिया है कि उन्होंने ही महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने और इसके प्रमोटरों के खिलाफ एलओसी जारी करने के लिए अनुरोध भेजा था। हालांकि, रविवार को एक आरोपी ने यह दावा करते हुए एक वीडियो बयान के साथ सामने आया कि मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें यूएई भाग जाने के लिए कहा था। महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से वांटेड शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो बयान जारी किया। उसने कहा कि वह ऐप का असली मालिक है। उसने 2021 में कंपनी बनाई थी और बेटिंग उसका व्यवसाय था। सब कुछ अच्छा चल रहा था, इसे हर तरफ से मदद मिलने लगा। बाद में उसे सुरक्षा की जरूरत पड़ी, क्योंकि कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था। जब महादेव एप का मामला उछला था तब भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों की संलिप्तता सामने आई थी।
मैं ही महादेव ऐप का मालिक – शुभम सोनी :
शुभम सोनी ने आगे कहा कि फिर उनका संपर्क वर्मा नाम के एक व्यक्ति से हुआ था, जिसने प्रति माह 10 लाख रुपये की सुरक्षा राशि की मांग की। सोनी ने कहा कि इसके बाद 10 लाख रुपये प्रति महीने का भुगतान शुरू हुआ। एक बार फिर हमारे लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया और मैंने वर्मा को फोन किया और उनसे पूछा। फिर उन्होंने कहा कि मुझे किसी हाई प्रोफाइल व्यक्ति के साथ आपकी बैठक की व्यवस्था करने दो। वर्मा उन्हें मुख्यमंत्री और एक अन्य व्यक्ति के पास ले गए, जो बैठक में थे। वीडियो में उसे बोलते हुए सुना जा सकता है कि मैंने ईडी को अपना बयान लिखित में दे दिया है। विडियो जारी करने के बाद में शुभम ने भारत सरकार से मदद और सुरक्षा की गुहार लगाईं है, उसका कहना है कि वो राजनीति का शिकार हो गया है।
शुभम ने सोशल मिडिया पर विडियो जारी कर बताया कैसे हुई सीएम बघेल से मुलाकात :
सोनी ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उनकी सलाह पर वह अपना कारोबार बढ़ाने के लिए दुबई चला गया। उसने कहा कि दुबई में उसकी मुलाकात भिलाई के दो व्यक्तियों-सौरभ और रवि (दोनों मामले में आरोपी) से हुई और उन्होंने वास्तविक निर्माण व्यवसाय में निवेश करने के बारे में सोचा। हालांकि, सोनी ने दावा किया कि बघेल ने फिर से अपना रुख बदल लिया और जब उनके लोगों को गिरफ्तार किया गया। तब उसने फिर से वर्मा से शिकायत की, तब उसे भिलाई आने के लिए कहा गया। इधर मुख्यमंत्री बघेल का नाम सामने आने पर राज्य में राजनैतिक बवाल मच गया है।
महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों पर ED का एक्शन :
शुभम सोनी ने दावा किया कि मैं भिलाई पहुंचा और वहां से हमने फोन पर बघेल से बात की। उन्होंने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हें अपना कारोबार देखने के लिए दुबई भेजा था और तुम मालिक बन गए। ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि फोरेंसिक विश्लेषण और एक ‘कैश कूरियर’ की ओर से दिए गए बयान से ‘चौंकाने वाले आरोप’ सामने आए हैं। महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि ‘ये जांच का विषय है।’
ईडी ने यह भी दावा किया कि उसने कूरियर से 5.39 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। जिसकी पहचान उसने असीम दास के रूप में की है। ईडी की ओर से हाल ही में महादेव ऐप मामले में एक आरोपपत्र दाखिल किया गया था, जिसमें मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कुल 14 आरोपियों को नामित किया गया था। छत्तीसगढ़ में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 7 और 17 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।
सीएम भूपेश का पलटवार, कहा – बीजेपी नहीं कर पा रही है मुकाबला :
सीएम ने कहा – ‘जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है। चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है। यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है।’
सीएम ने कहा – ‘जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है। चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है। यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है।’