रायपुर : छत्तीसगढ़ का प्रयागराज कहा जाने वाला महादेव राजधानी रायपुर का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, यहाँ वर्षभर बड़े स्तर के धार्मिक आयोजन होते है, यहाँ लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते है, और पुन्नी मेले के समय नदी में स्नान भी करते है। जानकारी के अनुसार शहर की जीवनदायिनी खारुन नदी की पवित्रता एक बार फिर खतरे में दिखाई दे रही है। यहां पर नाले का गंदा पानी सीधे नदी में छोड़ा जा रहा है। गंदा पानी नदी में मिलकर झाग उत्पन्न कर रहा है। गंदे पानी से खारून नदी को बचाने के लिए एसटीपी निर्माण की प्रक्रिया महीनों पहले शुरू हुई थी, लेकिन अभी तक निर्माण पूरा नहीं हुआ है। इसके चलते पानी दूषित हो गया है। कई लोग यहां पर पर्यटन की दृष्टि से नौकाविहार करने आते हैं, जो गंदा पानी देखकर मायूस हो जाते हैं।
यह राजधानी का सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण स्थल है, यहाँ हर सप्ताहांत में लगभग 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु और पर्यटक आते है, यहाँ महादेव का ऐतिहासिक मंदिर भी है, जिसकी लोकप्रियता काफी है, यहाँ नदी के किनारे जल्द ही माँ वैष्णों देवी का भव्य मंदिर बनकर तैयार होने वाला है, उसके बाद यहाँ पर्यटकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी होगी। यहाँ के आस-पास के मंदिरों में रोजाना भंडारे आयोजित होते है, जो लगभग 10 हजार लोगों का पेट भरते है। यहाँ नदी की सफाई पर ध्यान देना विशेष आवश्यक है।