मुंबई से अयोध्या निकली है शबनम शेख, दो हिन्दू लड़कों के साथ कर रही है 1500 किमी की पैदल यात्रा, जगह-जगह हिन्दू और मुस्लिम सभी कर रहे है स्वागत।

मुंबई (महाराष्ट्र) : लगभग 700 वर्षों के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर पुनः निर्मित हुआ है, जिसकी प्राण-प्रतिष्ठा के लिये पूरी दुनिया के हिन्दुओं में खासा उत्साह है, देशभर में भी लोग अपने-अपने स्तर पर इस ख़ुशी को जाहिर कर रहे है, वहीँ देश की एकता को समर्थन करते है और कट्टरवाद से दूर होकर कई मुस्लिम भी अपना योगदान भी दे रहे है और हिन्दुओं की ख़ुशी में शामिल भी हो रहे है, यह देश की एकता के लिये एक सुखद अनुभूति है।

भगवान राम के दर्शन के लिये मुंबई से अयोध्या 1500 किलोमीटर की यात्रा करेगी शबनम :

शबनम शेख एक राष्ट्रवादी मुस्लिम युवती है जो अपने राष्ट्र से बेहद प्रेम करती है, यह मुंबई में रहती है, काफी गरीब परिवार से है, इसके परिवार के बारे में सिर्फ इतनी ही जानकारी मिल पाई है कि इसके परिवार में माँ और भाई है, सप्ताह भर पहले इस युवती ने 1500 किमी से ज्यादा पैदल चलकर भगवान राम के दर्शन का प्रण लिया था, जिसकी शुरुआत इसने मुंबई से शुरू की जहाँ इसके साथ दो हिन्दू मित्र भी रहे, जिन्होंने इसकी सुरक्षा और सहयोग का जिम्मा उठाया हुआ है, जिनके साथ ये बड़ी ही ख़ुशी से यात्रा कर रही है, आज इसको यात्रा शुरू किये हुये 7 दिन हो चुके है। इसके परिजनों को इसकी किसी भी राष्ट्रवादी अथवा हिन्दू धर्म के किसी कार्य से जुड़ने से कोई भी विरोध नहीं है। जहाँ एक माँ को अपनी बेटी की विविध खतरों से चिन्ता होती है वहीँ दो हिन्दू युवकों के साथ यात्रा करने पर इसकी माँ और भाई निश्चिन्त है। खुद इस यात्रा को प्रारम्भ करते समय शबनम का भाई उसे छोड़ने आया था।

जगह जगह हो रहा है भव्य स्वागत :

शबनम शेख को लोग आर्थिक सहयोग तो बहुत कर रहे है लेकिन जगह – जगह हिन्दू-मुस्लिम के साथ विभिन्न संगठन और समाज के लोग उसका स्वागत भी कर रहे है, उसके लिये रहने खाने का पर्याप्त इंतजाम भी कर रहे है उसके साथ फोटो खिंचवा रहे है, वहीँ कुछ लोग इसे हिन्दू-मुस्लिम सद्भाव का कार्य बता रहे है, वहीँ इतनी लम्बी यात्रा को पूरा करने के कदम को साहसी भी बता रहे है, अभी तक इसे हिन्दुओं ने रहने और खाने का इंतजाम किया है, वहीँ यह मुस्लिमों के घर पर भी आराम कर चुकी है, बिना किसी विरोध अथवा भेदभाव के मुस्लिमों का भी शबनम और दोनों हिन्दू लड़कों को बराबर सहयोग और सम्मान जगह-जगह मिल रहा है। इस यात्रा को पूरा करने में शबनम को लगभग 30 दिन का समय लगेगा, राह बहुत मुश्किल है पर देशवासियों ने मिलकर इस कठिन राह को अपने सहयोग और प्रेम से आसान बना दिया है, जिससे शबनम और दोनों युवा भाव-विभोर है। रास्ते पर कुछ पुलिस वाले भी इन्हें अपनी तरफ से सुरक्षा मुहैया करवा रहे है।

जानें कुछ खास शबनम के बारे में :

शबनम शेख बचपन से ही राष्ट्रवादी विचारधारा की समर्थक रही है, उसके इन विचारों के लेकर परिवार में कभी विरोध नहीं किया गे बल्कि उसे पूरा सहयोग दिया। शबनम शेख ने सोशल मीडिया में अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया था, जिसको चलाने के लिये उसके बाद रिचार्ज तक के पैसे नहीं थे, उसके कुछ विडियो को देखकर उत्तरप्रदेश के एक युवक ईश्वर शर्मा ने उससे बात की, लेकिन वो उसे जवाब नहीं देती थी, बड़ी मुश्किल ने उसने ईश्वर को बताया की उसके पास पैसे नहीं है, तब ईश्वर शर्मा ने उसको रिचार्ज करवाकर दिया, जिससे उसे ईश्वर शर्मा पर विश्वास हुआ और ईश्वर से उसकी मित्रता की जिसके बाद ईश्वर शर्मा ने उसे हर तरह से अपना सहयोग दिया, आज ईश्वर शर्मा के सहयोग से वो लोगों तक अपनी राष्ट्रवादी विचारधारा पहुंचा रही है और युवाओं को देशप्रेम के प्रति जागरूक कर अपने राष्ट्रहित में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। शबनम की बहुत सारी बातें हम जानते है, पर कितना लिखें? (यह खास खबर राष्ट्रवादी पत्रकार राकेश डेंगवानी द्वारा तैयार की गई है।)