रांची (झारखण्ड) : पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद गुरुवार को न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में भेज दिया गया है। इससे पहले उन्हें दोपहर करीब 2 बजे पीएमएलए कोर्ट के समक्ष पेश किया गया था। पीएमएलए कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि पहले ही 22 फरवरी तक दी थी। ईडी ने सोरेन से लगातार तेरह दिनों तक पूछताछ की। हेमंत सोरेन पर जमीं घोटाला मामले में ED कार्यवाही कर रही है। 31 जनवरी की रात गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें ईडी ने रिमांड पर लेकर 3 फरवरी से पूछताछ शुरू की थी। अदालत के आदेश पर उनकी रिमांड की अवधि दो बार बढ़ाई गई थी।
पूछताछ में सहयोग नहीं करने का आरोप :
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ईडी ने रांची के बरियातू में करीब साढ़े आठ एकड़ जमीन के घोटाले में 31 जनवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था। उनसे इस जमीन के स्वामित्व, उनके दिल्ली स्थित आवास से बीएमडब्ल्यू कार की बरामदगी की थी, करीबी विनोद सिंह के व्हाट्सएप चैट के बारे में पूछताछ की गई है। हालांकि, ईडी ने हेमंत सोरेन पर पूछताछ में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है। जमीन के स्वामित्व को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने इस बात से इनकार किया कि वह जमीन उनके कब्जे में है। वहीँ दूसरी तरफ उनकी पार्टी झामुमो राज्यभर में ईडी की कार्यवाही और भाजपा के खिलाफ अभियान चला रही है।
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पीएमएलए कोर्ट में पेशी के दौरान ईडी ने अदालत को बताया कि पूछताछ के दौरान हेमंत सोरेन के सामने बड़गाई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के मोबाइल से मिले 8.46 एकड़ जमीन के साक्ष्य को रखा गया।