रायपुर : महादेव एप एक हाईप्रोफाईल केस बन गया है, जिसके तार छतीसगढ़ के दुर्ग भिलाई से लेकर दुबई तक जुड़े हुये है। इसमें बड़ी-बड़ी हस्तियों के नाम सामने आ चुके है। महादेव बुक केस में अब ईडी को बड़ी सफलता मिली है। कोर कमेटी में शामिल नीतीश दीवान को प्रवर्तन निदेशायल ने दबोचा है। जिसके बाद उसे स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे 24 फरवरी तक ईडी की रिमांड में भेजा गया है।
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इससे पहले नीतीश दीवान को दिल्ली एयरपोर्ट से पिछले साल छह नवंबर को पकड़ा गया था, लेकिन ईडी ने पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। नीतीश दीवान वही शख्स है, जिसने आइफा अवार्ड में फिल्म इंडस्ट्रीज के बड़ी हस्तियों को अवार्ड दिए थे। नीतीश और उसका भाई महादेव बुक के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के बहुत ही करीबी है।
नीतीश दीवान वही व्यक्ति है जिसने आइफा अवार्ड में फिल्म इंडस्ट्रीज के बड़ी हस्तियों को अवार्ड दिए थे। नीतीश और उसका भाई महादेव बुक के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर के बहुत ही करीबी हैं। यही उसकी आय का हिसाब रखते थे। ईडी उसे पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है। 6 नवंबर को दिल्ली एयरपोर्ट पर नीतीश दीवान ईडी ने गिरफ्तार किया था। वहीं पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था।
जानिये भिलाई के नीतीश दीवान का महादेव ऐप से क्या है कनेक्शन :
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नीतीश दीवान भिलाई के वैशाली नगर का रहने वाला है। नीतीश का महादेव ऐप के संचालक सौरभ चंद्राकर से दुबई में संपर्क हुआ। इसके बाद नीतीश सौरभ के लिए काम करने लगा। नीतीश महादेव एप का पूरा हिसाब देखा करता था।
नीतीश ने अपने काम से सौरभ का विश्वास जीत लिया और उसके करीब पहुंच गया। इसके बाद सौरभ ने उसे अपने काले कारोबार के कोर कमेटी का सदस्य बना दिया। इसके बाद नीतीश ने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा। सौरभ के भाई गितेश चंद्राकर के साथ फिल्म निर्माण का काम करने लगा।
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इधर, जब ईडी ने महादेव एप के खिलाफ कार्यवाही शुरू की, तब नीतीश का नाम सामने आया। ईडी ने भिलाई में इसकी खोजबीन शुरू की। तब पता चला कि नीतीश दुबई में सौरभ के साथ कारोबार कर रहा है। इसके बाद ईडी ने नीतीश के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी किया। इनके फ़िल्मी हस्तियों से कनेक्शन भी सामने आये।