रायपुर : सिन्धी समाज की जड़ें हमेशा से ही भारत देश और हिन्दू धर्म से जुड़ी हुई है। भारत पाक विभाजन में समाज में बहुत बड़ी विडम्बना रही की सिंध प्रान्त बंटवारे में पाकिस्तान को दे दिया गया, लेकिन अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के अपनी समस्त धन सम्पदा सिन्धी समाज सिंध में छोड़कर भारत आ गया, क्यूंकि उसे अपने धर्म और संस्कृति से प्यार था। लेकिन बंटवारे में समाज के पास अपना न कोई प्रदेश था और ना ही कोई भूमि जिसका दर्द यहाँ भी सिन्धी समाज को लगातार झेलना पड़ा। बंटवारे में समाज अपना सर्वस्व गंवाकर भारत में अपनी मेहनत और लगन से पुनः खड़ा हुआ। लेकिन अपनी जड़ें ना होने की वजह से समाज को काफी दिक्कतों का सामना करना। जहाँ सभी समाजों के पास अपना-अपना राज्य है, संस्कृति है, सरकारी तौर पर सम्बंधित भाषा का सरकारी चैनल है, लेकिन सिन्धी समाज को ऐसी कोई भी सुविधा नहीं है।
लम्बे संघर्षों के बाद मिली है थोड़ी सी ख़ुशी :
सिन्धी समाज के इष्टदेव भगवान झुलेलाल अवतरण दिवस को लेकर चेट्रीचंड्र महोत्सव सिन्धी समाज का प्रमुख त्यौहार है, जिस पर आज तक कभी – भी सरकारी अवकाश घोषित नहीं किया गया। पूरे देश में लगातार वर्षों से सिन्धी समाज इस छुट्टी की मांग करता आया है, कभी-भी किसी भी सरकार ने इसको महत्व नहीं दिया है। छत्तीसगढ़ में स्कूली छुट्टी देकर ही समाज को तसल्ली दी गई। लेकिन लगातार इस अथक प्रयास को अब जाकर इस वर्ष महत्व मिला है, जिसमें इस वर्ष केंद्र सरकार ने भी चेट्रीचंड्र महोत्सव पर सरकारी अवकाश की घोषणा की है, वहीँ छत्तीसगढ़ सरकार ने भी सरकारी अवकाश की घोषणा कर दी है।
सिन्धी समाज के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की घोषणा :
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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सिंधी समाज को मंगलवार को एक समाज के एक समारोह में भगवान झूलेलाल के अवतरण दिवस पर इस साल सरकारी छुट्टी का तोहफा दे दिया है। साथ ही टोकन मूल्य पर नवा रायपुर में 10 एकड़ जमीन की मांग का आश्वासन भी मिला है। दरअसल, चेट्रीचंड्र महोत्सव समिति और सिंधी समाज ने रायपुर मेडिकल कॉलेज के समागार में भव्य आयोजन किया गया था। चेट्रीचंड्र महोत्सव समिति और सिंधी समाज ने रायपुर मेडिकल कॉलेज के समागार में भव्य आयोजन किया था। जहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने यह घोषणा की। इस दौरान समाज की ओर से मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों और विधायकों को सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आडवाणी को याद किया :
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मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि विभाजन का दंश सिंधी समाज ने झेला है, लेकिन अपने हुनर और मेहनत से समाज आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने वयोवृद्ध लालकृष्ण आडवाणी का उल्लेख करते हुए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की खुशी व्यक्त की। चेट्रीचंड्र महोत्सव पर अवकाश की घोषणा पर सिन्धी समाज ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।



