नई दिल्ली : चुनावी माहौल के बीच कई बार नेताओं की जुबान फिसल जाती है, जिसको लेकर बवाल हो जाता है। ऐसा ही एक मामला 2019 के चुनाव के समय आजम खान के साथ हुआ था, जिसमें उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि आपने 10 साल जिनसे अपना प्रतिनिधित्व कराया है, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का अंडरवेअर खाकी रंग का है। यूपी की मथुरा लोकसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी हेमा मालिनी पर टिप्पणी करना कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला पर भारी पड़ गया है। चुनाव आयोग ने इस पर सख्त एक्शन लिया है और कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला पर 48 घंटे के लिए प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
क्या है पूरा मामला? :
दरअसल रणदीप सुरजेवाला जब हरियाणा के कैथल में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, उस दौरान उन्होंने भाजपा नेता और मथुरा की सांसद हेमा मालिनी पर अभद्र टिप्पणी कर दी थी। हालांकि बाद में सुरजेवाला ने इस मामले में अपनी सफाई भी पेश की थी और कहा था कि उनका इरादा हेमा मालिनी का अपमान करना नहीं था। सोशल मीडिया में वायरल एक विडियो में सुरजेवाला कह रहे है : लोग अपने विधायक और संसद क्यूँ चुनते है? इसलिये कि वे जनता की आवाज उठा सकें। हम हेमा मालिनी तो है नहीं कि चाटने के लिये बनाते है। बाद में इस विडियो को लेकर काफी बवाल मचा।
सुरजेवाला ने ये भी कहा था कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है। चुनाव आयोग ने इस मामले में 9 अप्रैल को सुरजेवाला को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। सुरजेवाला को जवाब देने के लिए 11 अप्रैल तक का समय मिला था। इस नोटिस पर सुरजेवाला ने कहा था कि ये वीडियो छेड़छाड़ करके सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया है। मेरा इरादा किसी अभिनेत्री को अपमानित करना नहीं था। मैं कहने का अर्थ यह नहीं था, जो निकाला जा रहा है।
बयान पर हेमा मालिनी ने क्या कहा था?
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हेमा मालिनी ने सुरजेवाला के बयान पर कहा था, ‘जनता मेरे साथ है। वह (सुरजेवाला) जो भी टिप्पणी कर रहे हैं, वह उन्हें करने दीजिए। उनके टिप्पणी करने से क्या होता है? मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं बस अपना काम कर रही हूं।’ मात्र इतने ही नपे तुले शब्दों में हेमा ने सिर्फ इतना ही कहा।



