छत्तीसगढ़ के हित को ध्यान में रखकर राज्यपाल को दस्तखत करना चाहिए पीसीसी चीफ

रायपुर । आरक्षण विधेयक पर राज्यपाल के हस्ताक्षर नहीं करने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के दबाव में राज्यपाल राज्यपाल हस्ताक्षर नहीं कर रही हैं. राज्यपाल को प्रदेश के हित को ध्यान में रखकर दस्तखत करना चाहिए. मोहन मरकाम ने मीडिया से चर्चा में कहा कि महामहिम ने ही सरकार को चिट्ठी लिखकर सत्र बुलाने कहा था, उनकी मंशा के अनुरूप सरकार ने तत्परता दिखाई और विधानसभा से विधेयक को पास करवाया।

भाजपा के विधायक आरक्षण विधेयक विधानसभा में रोकना चाह रहे थे. दरअसल, बीजेपी संविधान बदलना चाहती है, आरक्षण नहीं देना चाहती है. यह भाजपा और आरएसएस का छिपा हुआ एजेंडा है. वहीं पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी की विस्तारित बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री और प्रभारी सचिव शामिल होंगे. भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर 26 जनवरी से हाथ से हाथ जोड़ो अभियान शुरू हो रहा है।

इसके तहत सरकार की उपलब्धि और कांग्रेस की नीति लेकर को लेकर हर बूथ में जाएंगे. हर बूथ में कार्यकर्ताओं के घर मे पार्टी का झंडा फहराएंगे. बैठक में कांग्रेस अधिवेशन को लेकर भी चर्चा होगी. भाजपा सांसदों के दौरे पर मरकाम ने कहा कि भाजपा 15 साल सरकार में रही है. सत्ता में कैसे आये इसकी तैयारी वो कर रही है. लेकिन इसका कुछ असर नहीं होगा. 4 साल में हमारी सरकार में अच्छा काम हुआ है. 2023 में हम सरकार की उपलब्धियों को लेकर जनता के बीच जाएंगे।