दुखद : व्यापारी की मौत पर आर्थिक तंगी के चलते शव छोड़कर जा रहे थे बच्चे, फिर पुलिस ने किया सराहनीय प्रयास।

रायगढ़ : इंसानियत भी शर्मसार हो जाती है, जब किसी भावनात्मक कार्य में पैसों की तंगी सामने आ जाती है, ऐसे जिले में एक व्यापारी की मौत हो गई, और आर्थिक तंगी के कारण उसके बच्चे उसका अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहे थे तो उन्होंने शव को यूँही छोड़कर जाने की सोची। फिर रायगढ़ पुलिस ने अपनी मानवता दिखाई और जब बच्चे पिता का अंतिम संस्कार करने में सक्षम नहीं दिखे तो पुलिस ने हाथ बढ़ाया। पुलिस ने पूरे रीति-रिवाज के साथ शव का अंतिम संस्कार करवाया। इसके बाद आर्थिक सहायता करते हुए दोनों बच्चों को दिल्ली उनके परिजनों के पास भिजवाया गया।

मामले को लेकर मिली जानकारी के अनुसार, जूटमिल थाना क्षेत्र अंतर्गत बेनी कुंज अपार्टमेंट सावित्री नगर में रहने वाला विनय प्रकाश जायसवाल (54) मूल रूप से गांधीनगर दिल्ली के रहने वाले थे। वे दिल्ली से आकर रायपुर में व्यवसाय कर रहे थे। जब व्यापार में नुकसान होने लगा तो उनका बेटा (22) और बेटी (20) साल उनके साथ ही आकर रायगढ़ में रहने लगे। व्यापार चौपट होने से वो लगातार चिंतित रहने लगे और बीमारियों के शिकार हो गये।

इलाज के दौरान हुई विनय जायसवाल की मौत :

सावन में महत्वपूर्ण महामृत्युंजय मन्त्र, इसकी उत्पत्ति की कथा और महत्व के साथ , पूर्ण सुनना आवश्यक है : https://www.youtube.com/watch?v=L0RW9wbV1fA

अचानक विनय जायसवाल के परिवार में कई मुसीबतें आने लगी। वे खुद भी बीमार हुए साथ में उनके बच्चे भी गंभीर बीमारी का शिकार हो गए। विनय जायसवाल पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, कल उनका निधन हो गया। उनके परिचित को जब विनय जायसवाल के मौत की सूचना मिली तो वे दिल्ली से रायगढ़ आए। मृतक के बच्चों की स्थिति ऐसी नहीं थी कि, वे पिता का अंतिम संस्कार करवा पाते, इसलिए वे शव को मेडिकल कॉलेज में ही छोड़कर जा रहे थे। यह घटना इतनी दुखद थी कि कोई भी उनकी मदद के सामने नहीं आया।

थाना प्रभारी और पुलिस टीम ने कराया शव का अंतिम संस्कार :

सब्सक्राईब करें हमारा यूट्यूब चैनल :  https://www.youtube.com/@MachisFilmProduction/

इस मामले कि जब थाना प्रभारी जूटमिल को इसकी सूचना मिली तो वे अस्पताल पहुंचे। मृतक के बच्चों को देखकर वे समझ चुके थे कि, शव का अंतिम संस्कार पुलिस को ही कराना होगा। तब पुलिस स्टाफ ने मृतक के बच्चों के साथ कयाघाट मुक्तिधाम में हिन्दू रिवाज के अनुसार, शव का अंतिम संस्कार कराया। फिर मृतक के दोनों बच्चों को दिल्ली पहुंचाने के लिए पुलिस ने गाड़ी की व्यव्स्था की और उनकी आर्थिक मदद भी की। पुलिस के इस सहयोग के लिए लोग उनकी प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं। पुलिस के इस प्रयास ने लोगों काफी ख़ुशी जताई, वहीँ परिवार की इस दुखद घड़ी को लेकर दुःख भी जताया।