रायपुर : गाय का दान या गौदान करना एक महत्वपूर्ण हिंदू अनुष्ठान माना जाता है, क्योंकि इससे पापों से मुक्ति मिलती है और दैवीय आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह आवश्यक भी है। राजधानी में 2011 में बढ़ते कदम के संस्थापक स्व. श्री अनिल गुरुबक्षाणी ने लगभग 3 एकड़ जमीन में ग्राम मुरैठी में गौशाला”श्री कृष्णा गौधाम” की नींव रखी थी, जिसे 2012 में शुरू कर दिया गया था।
इस गौशाला में सिर्फ ऐसी गौमाताओं को रखा जाता है, जिन्हें दूध न देने के कारण रोड पर छोड़ दिया जाता है, और जिनका रोड में किसी वाहन से एक्सीडेंट होकर चोटिल या घायल हो जाती है। इनके उपचार के लिए हॉस्पिटल व डाक्टरों की सुविधा गौशाला परिसर में ही की गई है।
वर्तमान में 130 गौमाताएँ गौशाला में रहकर सेवा का सौभाग्य प्रदान कर रही हैं। वर्तमान में गौभक्तों की सुविधा के लिए श्री झूलेलाल धाम,श्यामनगर रायपुर में भी लघु गौशाला संचालित की जा रही है, जहाँ गौसेवक व माता बहनें गौमाता को चारा, रोटी व गुड़ खिलाने की सेवा करके पुण्य अर्जित कर सकते हैं। मीडिया प्रभारी राजू झामनानी व प्रवक्ता सुंदर बजाज द्वारा बताया गया कि बिना दूध देने वाली गौमाताओं के चारे पानी व चिकित्सा व्यवस्था को सुचारू रूप से रखने के उद्देध्य से साथ ही गौसेवकों द्वारा सेवा लाभ लेने के उद्देश्य से 2016 से लगातार जन्माष्टमी के पावन अवसर पर “108 सामुहिक गौदान”का वृहद आयोजन किया जाने लगा है, जहां सभी समाज से सेवाभावी गौसेवक अपने इष्टजनों की स्मृति में और परिवार व समाज की खुशहाली के लिए गौदान कराते आ रहे हैं।
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उल्लेखनीय है कि हर वर्ष गौभक्तों के सहयोग से 108 गौदान के लक्ष्य से अधिक गौदान होते रहे हैं। संस्था अध्यक्ष सुनील छतवानी नें उन सभी गौभक्तों, प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष सहयोगी समाज सेवकों व गौदान कराकर सहयोग करने वाले गौसेवकों का आभार व्यक्त किया है,और अपील की है कि जो भी गौभक्त अभी तक इस महायज्ञ में शामिल नहीं हो पाए हैं, वे 25 अगस्त को मुरैठी गौशाला में सपरिवार जरूर आएं और गौसेवा कर पुण्य अर्जित करें।



