बिलासपुर : जिले में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के मौके पर कथित रूप से कुछ घरों में फिलिस्तीन के झंडे फहराए गए थे। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने त्वरित एक्शन लेते हुए समुदाय के कुछ सीनियर नागरिकों के साथ मिलकर झंडों को तुरंत घरों से हटवाया। मिली जानकारी के अनुसार मामले में पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया है। घटना तारबाहर थाना क्षेत्र के खुदीराम बोस चौक पास की है। मामले को लेकर कोतवाली सीएसपी पूजा कुमारी ने बताया कि हमें पता चला था कि शहर के एक क्षेत्र में कुछ युवक दूसरे देश का झंडा फहरा रहे हैं। हमने शिकायत दर्ज कर सभी युवकों की पहचान भी की। युवकों की पहचान पूरी होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरे देश का झंडा फहराना कानूनी तौर पर गलत है। नियमानुसार जो भी उचित कार्यवाही होगी, वह की जा रही है।”
सामने आया पूरा मामला :
पुलिस पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर के तारबाहर क्षेत्र में सोमवार को ईद के मौके पर कुछ घरों में कथित रूप से फिलिस्तीन का झंडा लगाने के मामले में पुलिस ने शेख समीर (20), फीदेल खान (24), मोहम्मद शोएब (23), शेख अजीम (19) और शेख समीर (22) को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में उन्होंने बताया कि एक शिकायत के आधार पर पुलिस ने यह कार्यवाही की है। पुलिस के अनुसार सोमवार शाम को तारबाहर थाना पुलिस को शिकायत मिली थी कि क्षेत्र के खुदीराम बोस चौक के करीब कुछ घरों में फिलिस्तीन के झंडे लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि सूचना के बाद पुलिस दल को मौके पर भेजा गया था। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मुस्लिम समुदाय के कुछ वरिष्ठ नागरिकों के सहयोग से तत्काल घरों से झंडे हटवाए।
फिलस्तीनियों के प्रति सहानुभूति दिखाने के लिए लगाए झंडे :
इस मामले में पुलिस ने बाद में एक संगठन के लोगों की लिखित शिकायत पर मंगलवार को पांच युवकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार युवकों ने जानकारी दी कि फिलस्तीनियों के साथ हो रहे कथित जुल्मों की दास्तां सोशल मीडिया पर देखकर उन्होंने उनके प्रति सहानुभूति प्रदर्शित करने के लिए फिलिस्तीन के झंडे लगाए थे। इसको लेकर अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने यह भी बताया कि वे स्वयं बाजार से कपड़े खरीदकर लाये और सिलाई कर फिलिस्तीन के झंडे बनाए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
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वहीं हिरासत में लिए गए युवकों के परिजनों का कहना है कि इसमें उनके बच्चों की कोई गलती नहीं है। उन्होंने अनजाने में ऐसा किया है। उनके बच्चे ईमानदार हैं। दूसरी तरफ हिंदू संगठन से जुड़े लोगों का आरोप है कि बच्चों ने अनजाने में कोई गलती नहीं की है। उन्हें पता है कि वे किस देश का झंडा शहर में फहरा रहे हैं”। हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने कहा कि यह प्रदेश और जिले का माहौल खराब करने की कोशिश है। उन्होंने घटना का विरोध किया और नारेबाजी की तथा दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की।