धारावी में मस्जिद पर मचा बवाल, अवैध हिस्सा तोड़ने गये BMC की गाड़ियों में तोड़फोड़, सामने आया ये मामला….।

मुंबई (महाराष्ट्र) : एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती माने जाने वाली धारावी झुग्गी बस्ती में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। बीएमसी कर्मचारियों की ओर से वहां स्थित एक मस्जिद का अवैध हिस्सा तोड़ने से विवाद खड़ा हो गया है। इसके विरोध में सैकड़ों लोग सड़कों पर बैठे हुये हैं। मस्जिद का कथित तौर पर अवैध हिस्सा तोड़ने के लिए आए बीएमसी (BMC) के अधिकारियों को काम करने से रोका गया। यह बात सामने आई है कि कार्यवाही के लिए मौके पर गई बीएमसी टीम को भी वहां के स्थानीय लोगों ने रोक दिया है। वहीँ इस मामले में अब जानकारी सामने आ रही है कि बीएमसी टीम की गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई है। यह मामला सिर्फ मस्जिद के अवैध निर्माण से जुड़ा हुआ नहीं है, बल्कि यहाँ बने मंदिर और चर्च पर भी कार्यवाही होनी है। जिसके विरोध में सिर्फ मुस्लिम ही नहीं बल्कि हिन्दू भी है। यह मामला बस्ती के पुनर्वास से संबंधित है, जिसको लेकर कार्य योजना काफी समय पहले ही बना दी गई थी।

वहीँ इस मामले में शहर के धारावी क्षेत्र में एक मस्जिद पर कार्यवाही को लेकर बीएमसी के अधिकारी आज सुबह ही मौके पर पहुंच गए। वहीं बीएमसी के अधिकारियों के पहुंचने के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। आस-पास के लोग मौके पर पहुंच गए और थाने का घेराव किया। इस बीच बीएमसी की गाड़ी में तोड़फोड़ भी की गई। वहीं कांग्रेस सहित तमाम नेताओं ने सीएम से भी मामले में हस्तक्षेप की मांग की। इस बीच बीएमसी ने बातचीत के बाद आठ दिन का समय दिया है। इस आठ दिन के समय के बाद बीएमसी एक बार फिर से कार्यवाही होनी तय है।  

कार्यवाही के लिए पहुंची BMC :

मुंबई के धारावी में महबूबा-ए-सुभानी मस्जिद के अवैध स्ट्रक्चर पर कार्यवाही की जानी है। कार्यवाही के लिए आज सुबह से ही BMC के अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। BMC की कार्यवाही को देखते हुए भारी संख्या में पुलिसबल को तैनात कर दिया गया था। BMC के एक्शन से पहले भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग भी मस्जिद के पास जमा हो गए थे। इस मामले में बीएमसी के अधिकारियों ने सबसे पहले धारावी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट की थी, जिसके बाद दोनों समुदाय के लोगों की आपस में बातचीत भी हुई। वहीँ कार्यवाही के पहले सतर्कता बरती गई थी, फिर भी भीड़ ने पथराव और तोड़फोड़ कर दी।

मिलिंद देवड़ा और वर्षा गायकवाड़ ने सीएम से की मुलाकात :

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वहीँ इस मामले को लेकर मिलिंद देवड़ा और कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने इस कार्यवाही पर सीएम से रोक लगाने की मांग की। दोनों नेताओं ने सीएम से लॉ एंड ऑर्डर पर बात की और सीएम से मामले में हस्तक्षेप करने की बात की। उन्होंने सीएम को बीएमसी को निर्देश देने की भी बात कही है। दोनों नेताओं ने सीएम से मुलाकात कर स्थिति पर चर्चा की। वहीँ दोपहर तक चले विवाद के बीच भारी हंगामा जारी रहा। इसी बीच पुलिस स्टेशन से मस्जिद के लोगों ने ऐलान किया कि आज मस्जिद पर तोड़फोड़ कार्यवाही नहीं की जाएगी। जिसके बाद बीएमसी ने 8 दिन का समय दिया है।कार्यवाही के खिलाफ मस्जिद पक्ष की तरफ से कोर्ट में याचिका भी दायर की जाएगी। वहीं इसके बाद बीएमसी की गाड़ी मौके से वापस लौट गई। 

धारावी पुनर्विकास का मामला :

यह मामला लगातार विवादों मे घिरता जा रहा है। अब धारावी की जनता को धार्मिक स्थल उजाड़े जाने शंका सता रही है। धारावी के पुनर्विकास योजना में धार्मिक स्थलों के लिए कोई योजना नहीं है। इस वजह से लोग निराशा और नाराज़गी व्यक्त कर रहे हैं। धारावी की जनता ने मुलुंड डंपिंग ग्राऊंड जाने के खिलाफ आवाज उठाई थी तो सरकार को निर्णय बदलकर मीठागर भेजने की योजना बनाई हालांकि जनता इसके भी खिलाफ है। अब धार्मिक स्थलों को लेकर जनता चिंतित है क्योंकि धार्मिक स्थलों को लेकर अभी तक कोई योजना नही बनाई गई है। वहीँ अब मस्जिद के अवैध हिस्से को लेकर कार्यवाही करने के नाम पर जनता भड़क गई है।

यह चाहती है धारावी की जनता :

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धारावी पुनर्विकास का मामला हमेशा ही राजनीति का शिकार होता आया है, चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो या शिवसेना की, अब जबकि देश और राज्य में भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन की सरकार है, तो धारावी के विकास का ठेका अडानी समूह को दे दिया गया है और तो और उसे टीडीआर और अन्य सुविधा दी गई है। उसके लिये सभी कानूनी अड़चनों को दूर किया जा रहा है। अडानी के लिये धारावी के अपात्र लोगों को पहले मुलुंड डंपिंग में रेंटल बेसिस पर बसाने की योजना बनाई गई है। धारावी की जनता के साथ साथ मुलुंड की जनता ने भी विरोध करना शुरु कर दिया, तब धारावी के लोगों को मुंबई के साल्ट पैन की जगह पर बसाने के लिये केन्द्र सरकार से जगह हस्तांतरित करने के लिये पत्र लिखा, लेकिन जनता चाहती है की धारावी का पुनर्विकास हो और निवासियों को घर के बदले घर और दुकान के बदले दुकान दिया जाए, सभी को धारावी में ही बसाया जाए, कहीं अन्य स्थानान्तरण ना करवाया जाये। 

कोई योजना नहीं :

धार्मिक स्थलों के लिए धारावी के पुनर्विकास प्लान में फिलहाल कोई योजना नहीं है। इस वजह से लोगों मे नाराजगी है। धारावी मे धार्मिक स्थलों की भरमार है। क्योंकि यहां सभी धर्मों के सभी प्रांतों के लोग रहते हैं। अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार उन्होने अपने धार्मिक स्थलों को भी बनाया है। 

धारावी में धार्मिक स्थल  :

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1 विट्ठल मन्दिर   01

2 मन्दिर            64

3 मस्जिद           25

4 दरगाह           03

5 मदरसा           06

7 चर्च                06

8 बुद्ध विहार      05

उपरोक्त धार्मिक स्थलों की सूची धारावी पुलिस थाने मे मौजूद है। जबकि इनके अलावा भी कई अन्य धार्मिक स्थल हैं। इन सभी धार्मिक स्थलों का क्या होगा। क्या इन धार्मिक स्थलों को लेकर अभी तक कोई योजना नहीं बनाई गई है। यही शंका यहाँ की जनता के मन में लगातार चल रही है।