बेंगलुरु (कर्नाटक) : बदलते समय में आज कल घर बैठे चीजों का पहुंचना बेहद आम बात हो गई है, वहीँ अब लोग भी आराम पसंद हो गये है। खान, कपड़े, जूते, इलेक्ट्रॉनिक सामान से लेकर किराने की चीजें तक लोग घर बैठे-बैठे फोन से ऑर्डर करके मंगवाने लगे हैं। यहां तक की फल और सब्जियां भी एक ऑर्डर पर घर तक आ जाती है। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने भले ही लोगों की जिंदगी को आसान बना दिया हो। लेकिन इसकी कुछ खामियां भी हो सकती है।
बेंगलुरु की एक महिला ने ग्रोसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म Zepto से शिमला मिर्च ऑर्डर करने के लिए ऐप खोला है। लेकिन जब उन्होंने iPhone और एंड्रॉयड फोन में अलग कीमतों को देखा तो वह हैरान रह गई। क्योंकि उसे iPhone और एंड्रॉयड में शिमला मिर्च के दाम में न सिर्फ जमीन आसमान का बल्कि आकाश और पाताल का अंतर भी नजर आ रहा था। उसकी इस पोस्ट ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है।
इस मामले में जानकारी जो सामने आई है उसके अनुसार विनीता सिंह नाम की लिंक्डइन यूजर ने अपने एंड्रॉयड और आईफोन में जेप्टो ऐप पर शिमला मिर्च का अलग-अलग दाम देखा, तो उन्होंने स्क्रीनशॉट लेकर इंटरनेट पर पोस्ट कर दिया। उनके एंड्रॉयड पर शिमला मिर्च का दाम जहां 21 रुपये दिखा रहा है। वहीं iPhone में सेम शिमला मिर्च का दाम 107 रुपये दिखा रहा होता है।
इन तस्वीरों को पोस्ट करते हुए महिला ने सवाल उठाते हुए पूछा कि Zepto क्या आप इसका कोई स्पष्टीकरण देना चाहेंगे। पहली तस्वीर एंड्रॉयड की और दूसरी तस्वीर आईफोन की है। महिला ने आगे लिखा कि जेप्टो, यह दोनो ही तस्वीरें एक ही टाइम पर सुबह के समय ली गई थी। लेकिन दाम में इतना अंतर क्यों दिख रहा है? यह हैरानी भरा कांड हुआ है महिला के साथ।
महिला की इस लिक्डइन पोस्ट को कई यूजर्स ने X पर पोस्ट करते हुए भी सवाल उठाए है। X पर इस पोस्ट का स्क्रीनशॉट अपलोड करते हुए यूजर ने लिखा- जेप्टो, iPhone यूजर्स को नॉर्मल प्रोडक्ट्स के लिए Android यूजर्स के मुकाबले में अधिक कीमतें क्यों दिखाई देती है? हरी शिमला मिर्च कोई लग्जरी चीज तो नहीं है। इसे स्वीकार करने, समझाने और इसे ठीक करने का समय आ गया है! इसको यूँ समझें की जैसे दुकानदार आये हुये ग्राहक को आर्थिक स्थिति के हिसाब से तौलता है, शायद यह मामला भी कुछ ऐसे ही हो?
क्या हो सकता है पूरा गणित….?
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@iitquest नाम के X यूजर ने दो अलग-अलग फोन पर दिख रहे अलग नामों की चार वजहें बताई है।
1. डायनामिक प्राइसिंग स्ट्रेटजी (डिमांड ज्यादा स्पलाई कम होने पर दाम में बढ़ोत्तरी) : एल्गोरिदम बताते है कि iPhone यूजर्स दाम को लेकर ज्यादा सेंसिटिव नहीं होते है। ऐसे में उनके फोन पर सस्ती चीजें भी महंगी दिखती है।
2. प्लेटफॉर्म के हिसाब से मार्केटिंग की कीमत: Zepto पर iOS वालों के लिए अलग ऑफर, डिस्काउंट या छूट दिए जा सकते हैं।
3. सिस्टम की गड़बड़ी: एंड्रॉइड और iOS ऐप पर सिस्टम सही से काम न करने पर भी दाम में अंतर दिख सकता है।
4. डेटा से कीमत तय करना: अलग-अलग कस्टमर पर कीमत का असर देखने के लिए टेस्ट किया जाता है कि कौन कितनी कीमत पर खरीदने को तैयार है।
कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर का पोस्ट :
केंद्रीय उपभोक्ता मामले के मंत्री प्रहलाद जोशी ने भी ऐसे मामलों पर संज्ञान लेते हुए X पर पोस्ट लिखा है। उन्होंने लिखा- उपयोग किए जा रहे मोबाइल के अलग मॉडलों (iPhones/ Android) के आधार पर स्पष्ट #Differential Pricing के पहले ऑबजर्वेश के रूप में, CCPA के माध्यम से उपभोक्ता मामलों के विभाग ने प्रमुख कैब एग्रीगेटर्स Ola और #Uber को नोटिस जारी किया गया है। सरकार ने उनसे जवाब मांगा है।
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बताते चलें कि पिछले दिनों ही Uber पर फोन और उसके बैटरी परसेंटेज के आधार पर ज्यादा कीमत दिखाने को लेकर X पर एक पोस्ट वायरल हुई थी। जिस पर प्रयोगकर्ताओं ने जमकर प्रतिक्रिया दी थी। और खुद भी अपने साथ हुए अनुभवों के बारे में बताया था। कुछ प्रयोगकर्ता जहां Zepto पर फोन के हिसाब से दिख रहे अलग दाम पर आपत्ति जाहिर करते हुए अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। वहीं कई प्रयोगकर्ता महिला को सलाह देने में भी लगे है। एक प्रयोगकर्ता ने लिखा है – 107 रुपये देने से अच्छा सब्जी मंडी जाओ और खरीदकर ले आओ। थोड़ा कष्ट दो खुद को। दूसरे प्रयोगकर्ता ने कहा कि ऐसा लगता है कि कैप्सिकम कोई नशे वाली चीज है। ऐसे में हर विवाद सोशल मीडिया में आने के बाद मजाक का रूप भी ले लेता है, ऐसे में इस मामले ने एक नई बहस भी छेड़ दी है।