रायपुर : राजधानी के बीच में बैठकर भी हिन्दू देवी – देवताओं के खिलाफ अनर्गल टिप्पणियाँ करके बीमार और गरीब लोगों का मतान्तरण करवाया जा रहा है, ऐसे में हिंदुओं का धर्मांतरण के लिए आयोजित एक चंगाई सभा को लेकर जमकर हंगामा हो गया है। चंगाई सभा में महिलाओं और बच्चों समेत 10 लोग मौजूद थे। आरोप है कि पादरी ने इस दौरान हिंदू देवी-देवताओं को लेकर अभद्र टिप्पणी की है। धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने के आरोप में पुलिस ने पादरी कीर्ति कुमार केशरवानी, महारथी बंजारे और जीवन लाल साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल, हिंदू कार्यकर्ताओं को 26 जनवरी को सूचना मिली कि पंडरी थाना क्षेत्र के मितान विहार में चंगाई सभा का आयोजन किया गया है। इसमें लोगों का धर्मांतरण और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किया जा रहा है। इसके बाद हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता भारी संख्या में जुटकर घटनास्थल पर हंगामा करने लगे। सिटी एडिशनल एसपी लखन पटले को जानकारी मिली तो वे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे थे।
ग्राउंड रिपोर्ट में आरोपियों के खिलाफ दर्ज FIR के हवाले से कहा गया है कि पादरी कीर्ति कुमार केशरवानी और उसके सहयोगी चंगाई सभा में हिंदू देवी-देवताओं को ईसा मसीह से छोटा बता रहे थे। वे लोगों से ईसा मसीह की शरण में आने के लिए उकसा रहे थे और कह रहे थे कि यीशु की शरण में आने से सारे दुख दूर हो जाते हैं। चंगाई सभा पादरी के किराए के मकान में चल रहा था। इस मामले में हिन्दू संगठनों का बड़ा बवाल मचा था। यह मामला पंडरी के मितान विहार है।
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स्थानीय लोगों का इस मामले में कहना है कि पिछले 9 सालों से यहाँ रह रहे पादरी ने मकान में अस्थाई चर्च बना रखा है। यहाँ पर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए बहकाया और कई तरह से लालच दिया जाता है। लोगों का कहना है कि गरीब और बीमार हिंदुओं को ये लोग निशाना बनाते थे और उन्हें ईसाई धर्म अपनाने का लालच देते थे। वे कहते थे कि ईसाई बन जाने पर सभी समस्याओं का समाधान हो जायेगा। वहीँ इस मामले में आरएसएस और बजरंग दल ने बड़ा हंगामा मचाया है। वहीँ इस मामले में जूदेव ने कहा : यह धार्मिक आतंकवाद है, वहीँ दूसरी तरफ ईसाई समुदाय ने कहा है इसके जरिये सरकार जुर्म ढा रही है।