बीते 4 साल में 36000 से ज्यादा महिलायें और 8400 बच्चे लापता, सामने आई बड़ी जानकारी।

भुबनेश्वर (ओड़िशा) : ओड़िशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने सोमवार को हैरान कर देने वाली जानकारी सामने रखी है। मुख्यमंत्री मांझी ने बताया है कि ओड़िशा में बीते 4 साल में 36,000 से अधिक महिलाएं और 8,400 बच्चे लापता हो गए हैं। ओड़िशा की इस चिंताजनक घटना के बारे नें मुख्यमंत्री मोहन माझी ने विधानसभा में चौंका देने वाले तथ्य सामने रखे हैं। यह एक राज्य का आंकड़ा सामने आया है, ऐसे में देश के अन्य राज्यों के कितने मामले होंगे?

कुल कितने महिला-बच्चे लापता?

सोमवार को ओड़िशा विधानसभा में विधायक चक्रमणि कन्हार के एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मोहन मांझी ने लापता महिलाओं और बच्चों की चौंकाने वाली संख्या का बड़ा खुलासा किया है। मुख्यमंत्री मोहन मांझी ने बताया कि 2020 से 2024 के दौरान राज्य में 8,403 बच्चों सहित कुल 36,420 महिलाएं लापता हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने बताया है कि इस संकट से निपटने के प्रयासों के तहत कई कामयाबी भी हाथ लगी है। सभी प्रकरणों को लेकर मुख्यमंत्री ने चिंता जताई।

453 बिचौलिए हिरासत में :

मुख्यमंत्री मोहन मांझी ने बताया कि 421 महिलाएं और लड़कियां बेईमान बिचौलियों की मदद से राज्य की सीमाओं के पार तस्करी का शिकार हुई हैं। इसके जवाब में, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने इन अवैध गतिविधियों में शामिल 453 बिचौलियों को हिरासत में लिया गया है। मुख्यमंत्री के जवाब के अनुसार, इस संकट से निपटने के प्रयासों के तहत 1,417 महिलाओं और 1,857 बच्चों को बचाया गया है। ऐसे ही कई अन्य मामलों में कार्यवाही जारी है।

तस्करी रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए?

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मुख्यमंत्री मांझी ने सदन में बताया है कि पुलिस शिकायतों के आधार पर मामला दर्ज कर के तस्करी की गई महिलाओं का पता लगाने के लिए लगातार कार्यवाही कर रही है। मुख्यमंत्री ने ये भी बताया है कि महिलाओं और बच्चों की तस्करी को रोकने के लिए 36 एकीकृत मानव तस्करी विरोधी इकाइयां बनाई गई हैं। बोलांगीर, नुआपाड़ा, बारगढ़, कालाहांडी, संबलपुर और झारसुगुड़ा में ऐसे मामलों से निपटने के लिए आईएएचटीयू को संपर्क बिंदु बनाया गया है। सीएम ने बताया है कि 2024 के दौरान ओड़िशा में महिलाओं के अपहरण के 6,437 मामले दर्ज हुए और इन मामलों के संबंध में 413 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।