महाकुंभ मेले के भव्य आयोजन को लेकर वर्ल्ड मीडिया ने क्या-क्या कहा? मुख्यमंत्री योगी ने सब बताया।

प्रयागराज (उ.प्र.) : महाकुम्भ महाशिवरात्रि 26 फरवरी को समाप्त हो चुका है, यह भव्य आयोजन प्रयागराज जिले में संपन्न हुआ है। इस महाकुंभ मेले में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई है, जो कि रेकोर्डतोड़ है। महाकुंभ मेले ने अपने नाम कई रिकॉर्ड भी दर्ज किए हैं। वहीं, अब सीएम योगी ने कहा है कि महाकुंभ के सबक भी बहुत हैं। वहीँ सीएम योगी ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि, ‘श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा जो मुझे जिस रूप में देखता है, जिस रूप में भजता है। मैं उसको उसी रूप में दिखाई देता हूं। इसी तरह प्रयागराज महाकुंभ को जिसने जिस रूप में देखा उसे वैसा ही दिखा।’ यह विरोधियों पर बड़ा कटाक्ष है।

वर्ल्ड मीडिया ने क्या कहा? सीएम योगी ने बताया :

महाकुंभ की कवरेज को लेकर सीएम योगी ने कई मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला दिया है। इसमें सीएम योगी ने बताया कि देश की ही नहीं दुनिया की मीडिया भी महाकुंभ की भव्यता देखकर अचंभित रह गई है। यह भारतीय संस्कृति के लिये सर ऊँचा करने वाला काम है।

  • द वॉल स्ट्रीट जनरल ने कहा : ‘यह अमेरिका की कुल आबादी से ज्यादा का आयोजन था।’
  • बीबीसी ने कहा : ‘महाकुंभ मानवता का सबसे बड़ा समागम था।’
  • एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कहा : ‘यह विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समारोह था।’
  • द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा : ‘इस आयोजन में न सिर्फ श्रद्धालु पर्यटक ही नहीं, नेता व हस्तियां भी पहुंचीं।’
  • द रॉयटर्स ने कहा : ‘यह डिजिटल कुंभ था, जिसमें व्यवस्था बनाने के लिए तकनीकी का बेहतर इस्तेमाल किया गया।’
  • द गर्ज़ियन ने लिखा : ‘यह पर्वों का पर्व था, लोगों की उमंग व उत्साह चरम पर रहा।’
  • CNN ने लिखा : ‘दुनिया के सबसे बड़े समागम में 60 करोड़ से ज्यादा लोग शामिल हुए, यह आस्था की अभिव्यक्ति का शानदार नजारा था।’

यूनेस्को ने भी की तारीफ :

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महाकुंभ को लेकर यूनेस्को के डायरेक्टर टिम कर्टिस ने कहा, ‘यूनेस्को ने 2019 में कुंभ मेले को मानवता के अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता दी। 2023 से इस आयोजन को लेकर सामाजिक, आर्थिक व पर्यावरणीय प्रभावों की निगरानी की जा रही थी। कुंभ मेला प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में विश्व को एक नई दृष्टि प्रदान करता है।’ वहीँ इस भव्य आयोजन की व्यवस्था बनाना इतना काम नहीं है। इस आयोजन की व्यवस्थाओं को लेकर भी विश्व पटल पर काफी प्रशंसा की खबरें सामने आई है।