वैष्णो देवी यात्रा पर जाने से पहले जान लें ये जरुरी जानकारी, नहीं तो पड़ सकते है मुसीबत में।

रियासी/कटरा (जम्मू-कश्मीर) : माता वैष्णो देवी का मंदिर का प्रसिद्द मंदिर जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा की पहाड़ियों क्षेत्रों पर स्थित है, जो कटरा शहर के पास है। माता वैष्णो देवी की यात्रा के लिए हर साल 1 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालु आते हैं। जम्मू के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी तीर्थयात्रा के लिए आधार शिविर कटरा के एक होटल में कथित तौर पर शराब पीने के आरोप में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ओर्री के सहित आठ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। ऐसे में अगर आप भी वैष्णो देवी की यात्रा पर जा रहे हैं तो आपको इस पवित्र स्थल पर जाने के दौरान सख्त नियमों के बारे में पता होना चाहिए। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने यात्रा से संबंधित कुछ नियम बनाए हैं जो  कटरा से पवित्र गुफा तक 12 किलोमीटर की यात्रा और आस-पास के क्षेत्रों पर लागू होते हैं। वैसे तो हर धार्मिक स्थल की पवित्रता का ध्यान रखना आवश्यक है, लेकिन कई जगहों पर जाने के पूर्व वहां के नियमों की जानकारी होना भी अनिवार्य है।

जानें माता वैष्णो देवी के मंदिर के दर्शन के क्या हैं वो 14 सख्त नियम :

  1. यहाँ शराब न केवल कटरा में बल्कि अरली, हंसाली और मटियाल जैसे आस-पास के गांवों में भी प्रतिबंधित है, यहाँ शराब का सेवन बिल्कुल ना करें। 
  2.  मांस, मुर्गी, समुद्री भोजन और अंडे, ये सभी कटरा में प्रतिबंधित हैं।
     
  3.  तंबाकू उत्पाद – सिगरेट, बीड़ी, माचिस और अन्य नशीले पदार्थ बाणगंगा से आगे प्रतिबंधित हैं। बाणगंगा एक पवित्र पड़ाव है जहां कई भक्त अपनी यात्रा जारी रखने से पहले स्नान करते हैं। यहां से भवन में वैष्णो देवी मंदिर तक की यात्रा लगभग 12-13 किमी है।
     
  4. लाइटर, कैंची, खिलौना, कुल्हाड़ी, चाकू, कुल्हाड़ी, मवेशी के डंडे, लोहदंड, हथौड़े, ड्रिल और रेज़र-प्रकार के ब्लेड (सुरक्षा रेज़र को छोड़कर) जैसी वस्तुएं बाणगंगा से आगे प्रतिबंधित हैं।
     
  5.  हथियार और विस्फोटक – गोला-बारूद, बीबी गन, संपीड़ित वायु बंदूकें, आग्नेयास्त्र, आग्नेयास्त्र के पुर्जे, पेलेट गन और हथियारों की यथार्थवादी प्रतिकृतियों पर सख्ती से प्रतिबंध है।
     
  6. ज्वलनशील पदार्थ – खाना पकाने के ईंधन, गैसोलीन और गैस मशालों को बाणगंगा से आगे ले जाने की अनुमति नहीं है।
     
  7.  हानिकारक रसायन – निष्क्रिय करने वाले रसायन और अन्य खतरनाक पदार्थों पर प्रतिबंध है।
     
  8.  वीडियो फिल्मांकन – वीडियो कैमरा/कैमकोर्डर मार्ग में प्रतिबंधित हैं, बाणगंगा से आगे फिल्मांकन की अनुमति नहीं है।
     
  9.  नारियल – भवन में तलाशी स्थल से आगे ले जाने की अनुमति नहीं है। टोकन के बदले अपने नारियल मुख्य प्रतीक्षा कक्ष में जमा करें।
     
  10.  भीख मांगने को प्रोत्साहित करना – भीख मांगना यहाँ सख्त वर्जित है।
     
  11.  संपत्ति को नुकसान पहुंचाना – पोस्टर चिपकाना, दीवारों पर लिखना या संपत्ति को नुकसान पहुंचाना दंडनीय अपराध है जिसके लिए जुर्माना और कारावास हो सकता है।
     
  12.  गुफा के अंदर नारे लगाने की अनुमति नहीं है।
     
  13.  कन्या पूजन (युवती लड़कियों की पूजा) – सख्त वर्जित है।
     
  14.  किसी भी कर्मचारी या व्यक्ति को टिप, दक्षिणा या कोई अन्य उपहार देने की अनुमति नहीं है।

 तीर्थयात्रा के लिए याद रखने योग्य बातें :

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1. आधिकारिक यात्रा पर्ची प्राप्त करें – इसे केवल कटरा बस स्टैंड पर पर्यटक स्वागत केंद्र में यात्रा पंजीकरण काउंटर से प्राप्त करें। वैध पर्ची के बिना, बाणगंगा चेक पोस्ट को पार करने की अनुमति नहीं है। यह काफी आवश्यक है।

2. उचित रसीदें सुनिश्चित करें – श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVSB) और निजी विक्रेताओं को किए गए सभी भुगतानों के लिए आधिकारिक रसीदें प्राप्त करें। भुगतान करने से पहले हमेशा आधिकारिक दर सूची की जांच करें, ज्यादा भुगतान ना करें।

3. केवल निर्दिष्ट स्थानों पर दान करें – केवल SMVSB द्वारा प्रदान किए गए दान बॉक्स का उपयोग करें। कटरा, अर्धकुंवारी, सांझी छत और भवन में अधिकृत काउंटरों पर दान आयकर अधिनियम के तहत कर-मुक्त हैं। हमेशा एक औपचारिक रसीद प्राप्त करें।

4. साथी तीर्थयात्रियों का सम्मान करें – ज़ोरदार या आपत्तिजनक भाषा या असभ्य इशारों से बचें, अनुचित पोशाक ना पहनें।

5. निर्धारित रास्तों पर चलें – सीढ़ियों के बजाय पक्के रास्तों पर चलें। चेतावनी चिह्नों वाले क्षेत्रों में, भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों के पास आराम न करें, या कठिन हिस्सों में दूसरों से आगे निकलने का प्रयास न करें।

6. कीमती सामान सुरक्षित रखें – अत्यधिक नकदी, गहने या कीमती सामान ले जाने से बचें। अपने सामान को अजनबियों को न सौंपें। अतिरिक्त सामान को क्लोकरूम में जमा करें, क्योंकि पवित्र गुफा के अंदर केवल नकदी और विशेष प्रसाद ले जाने की अनुमति है।

7. दर्शन प्रक्रियाओं का पालन करें – गेट नंबर 1 पर दर्शन के लिए आगे बढ़ने से पहले अपने समूह की संख्या की घोषणा होने की प्रतीक्षा करें। भीड़ न लगाएं या कतार से बाहर निकलने का प्रयास न करें।

8. भैरों दर्शन – पवित्र गुफा में दर्शन के बाद ही भैरों मंदिर के दर्शन किए जाते हैं। तो वहां जाकर भी दर्शन कर लें।

अन्य जानकारी :

  • यह मंदिर भारत के सबसे लोकप्रिय और प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
  • हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं।
  • नवरात्रों में भक्तों की संख्या और अधिक हो जाती है।
  • यह मंदिर जम्मू-कश्मीर श्री माता वैष्णो देवी तीर्थ अधिनियम, 1988 के तहत संरक्षित है।