रायपुर : राजधानी में सड़कों के जाम और गंदगी से आम आदमी काफी त्रस्त है, जो भी नेता आता है वोन इनके समाधान की बात कहता है, पिछली बार भी पदभार ग्रहण करते ही तत्कालीन महापौर एजाज़ ढेबर ने दोनों कामों को लेकर दस दिन समाधान की बात कही थी, आज भी हालात वहीँ है, वहीँ अब फिर से इस मामले को लेकर महपौर मीनल चौबे निरिक्षण पर निकली है, राजधानी के प्रमुख मार्गों पर अवैध रूप से सज रहे बाजार और नालियों पर व्यापारियों का कब्जा नगर निगम प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। इससे न केवल यातायात की समस्या उत्पन्न हो रही है, बल्कि शहर की सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।
नगर निगम प्रशासन ने इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाने की योजना बनाई है। नगर निगम ने व्यापारियों को चेतावनी दी है कि वे सड़कों और नालियों पर कब्जा न करें, ताकि यातायात और स्वच्छता से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जा सके। निगम का कहना है कि अवैध बाजारों को हटाया जाएगा। व्यापारी केवल निर्धारित स्थानों पर ही अपने व्यापार कर सकेंगे। साथ ही नालियों पर कब्जा करने से जल निकासी की समस्या है, जिससे बारिश के दिनों में जलभराव की संभावना बढ़ जाती है। जबकि हमेशा से निगम अधिकारी तो वही है और नेता बदल जाते है, ऐसे में जहाँ आज तक ये सभी अधिकारी कुछ नहीं कर सके तो अब क्या करेंगे? इसका संशय अब भी आम आदमी को है। सत्ता बदल जाती है और आम आदमी 5 साल फिर लाचार हो जाता है।
इस दिशा में नगर निगम प्रशासन ने निगरानी और अभियान शुरू कर दिया है। इसका मकसद है शहर की सड़कों और नालियों से अवैध कब्जा हटाकर यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके। दरअसल, कुछ दिन पहले महापौर मीनल चौबे समेत अधिकारियों ने मौदहापारा मुख्य मार्ग, जयस्तंभ चौक, शारदा चौक, एमजी रोड आदि मार्गों और नालियों की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया था। इस दौरान यह स्थिति देखने को मिली। इसके बाद निगम ने अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।
नालियों पर बने पाटों को हटाया जायेगा :
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वहीँ महापौर ने निरीक्षण में पाया कि मारुति सेल्स शो रूम के सामने नाली पर कब्जा कर बनाए गए लंबे और बड़े पाटे समेत केके रोड में नालियों पर कब्जा जमाकर पाटों को बनाया गया है। महापौर ने बनाए गए सभी पाटों को हटाने को गया है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं करने पर अभियान चलाकर थ्रीडी मशीन से एक सिरे से दूसरे सिरे तक तोड़ा जाए। इसके बाद नालियों की तले तक सफाई करवाने के निर्देश स्वास्थ्य अधिकारी और जोन कमिश्नर को दिए है।
दिखना नहीं चाहिए प्लास्टिक डिस्पोजल :
एमजी रोड में शाम को लगने वाली चौपाटी के सभी दुकानदारों को अपनी दुकानों में प्लास्टिक डिस्पोजल प्लेट, गिलास आदि का उपयोग पूरी से बंद करने की हिदायत दी है। उन्होंने विकल्प के रूप में कांच के बर्तनों को उपयोग में लाने को कहा है। यहाँ रविवार शाम को भारी भीड़ हो जाती है। शाम को ट्रैफिक व्यवस्था संभालना मुश्किल हो जाता है, लोगों द्वारा यहाँ संकरी गलियों में चार पहिया में सिर्फ दो लोग ही आते है, जिससे पार्किंग की समस्या भी खड़ी हो जाती है।
दूसरी तरफ अधिकतर चौपाटी के दुकानदारों द्वारा उपयोग में लाई गई प्लास्टिक प्लेट, गिलास को नाली और इधर-उधर फेंक दिया जाता है। इससे नाली में कचरा जाम हो जाता है। इसके अलावा गंदगी फैलाने पर मच्छरों का पनपने की आशंका बनी रहती है। नालियाँ गंभीर रूप से जाम हो जाती है, वहीँ महापौर ने कहा कि सुधार नहीं होने पर संबंधित दुकान संचालकों पर कार्यवाही की जायेगी।
संडे बाजार को लेकर सख्ती :
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हर रविवार को मौदहापारा में संडे का बाजार लगता है, जहाँ सुबह चार बजे से ही बाहर से कई लोग अपना यहाँ आकर करते है। निगम अमला इस बाजार को सुव्यवस्थित बनाने के लिए सख्त नजर आ रहा है। निरीक्षण के दौरान संबंधित दुकानदारों को सड़क के किनारे बैठकर व्यवसाय करने की हिदायत दी है, यहाँ रेल्वे स्टेशन जाने वालों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है, सभी परेशान होते रहते है, सैकड़ों लोग रेल्वे स्टेशन और बिलासपुर जाने के लिये इस मार्ग प्रयोग करते है, जो उनकेलिये मुसीबत का कारण बनता है। वहीँ अब सड़क में बैठकर व्यवसाय करने पर सामान जब्त करने की चेतावनी दी गई है, ऐसे में ट्रैफिक का क्या समाधान हो पायेगा। साथ ही एमजी रोड में स्थित होटल मंजू ममता के संचालक को सड़क को घेरकर व्यवसाय न करने की हिदायत दी गई है।



