नागपुर दंगे में बजरंग दल के आठ कार्यकर्ताओं ने थाने में किया आत्मसमर्पण, इतने कार्यकर्ताओं पर दर्ज है FIR….।

नागपुर (महाराष्ट्र) : नागपुर में हिंसा का मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है, उसने सिर्फ 8वीं तक पढ़ाई की है, इसको लेकर पुलिस अपनी कार्यवाही कर रही है, इसी बीच एक और चौंकाने वाली खबर भी सामने आई है, जिसमें नागपुर हिंसा मामले में बजरंग दल के आठ कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नागपुर के कोतवाली थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस ने बजरंग दल के 9 कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार, विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र प्रमुख बाहर होने की वजह से आज आत्मसमर्पण नहीं कर पाए है।  

हिंसा मामले में पुलिस ने दर्ज की है एफआईआर :

दरअसल, 17 मार्च को औरंगजेब कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। आंदोलन के बाद जिन आंदोलनकारियों पर एफआईआर दर्ज की गई थी, उनमें से आठ ने नागपुर के कोतवाली थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है, तो वहीँ इस मामले में बड़ा बवाल हुआ है। महाराष्ट्र और गोवा के क्षेत्र प्रमुख गोविंद शेनडे नागपुर से बाहर होने की वजह से आत्मसमर्पण नहीं किये है। इसकी जानकारी बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषद के वकील संजय बालपांडे ने एक निजी टीवी चैनल को दी है।

एडवोकेट संजय पाल पांडे ने बताया कि नौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, इनमें से आठ लोगों ने आज कोतवाली थाने में आज समर्पण कर दिया है। उन्हें कोर्ट में  पेश किया जायेगा। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के वकील का कहना है कि 299 धारा जो उन के ऊपर लगाई गई है, वह गलत तरीके से लगाई गई है, क्योंकि इन लोगों ने आंदोलन की अनुमति ली थी। जिसके कारण उन पर FIR दर्ज करना गलत है।

54 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस :

वहीं, महाराष्ट्र के मंत्री योगेश कदम ने बुधवार को कहा कि पुलिस ने नागपुर हिंसा के सिलसिले में अब तक 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि पुलिसकर्मियों पर हमले के मामलों से सख्ती से निपटा जाएगा। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री कदम ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। कदम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘नागपुर हिंसा के सिलसिले में 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर हमला करने का दुस्साहस किया है। हम दिखाएंगे कि पुलिस का डर क्या होता है। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। वहीँ हिंसा के मामले में स्थानीय महिलाओं ने उत्पातियों पर गंभीर आरोप लगाये है, जो कि बता पाना मुश्किल है, इसके विडियो सोशल मीडिया पर उपलब्ध है।

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वहीँ इस मामले जो अफवाह फैली है उसको लेकर विश्व हिंदू परिषद यानी VHP ने नागपुर हिंसा को लेकर बड़ा दावा किया है। VHP ने दावा किया है कि औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र में इस्तेमाल किया गया कपड़ा हरे रंग की साड़ी थी, उस पर कुछ भी नहीं लिखा गया था। बता दें कि नागपुर में ये अफवाह फैली थी कि औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर VHP के प्रदर्शन के दौरान एक समुदाय के धर्म ग्रंथ को जलाया गया था, कपड़े में धार्मिक आयत लिखी हुई थी, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं था वहीँ इस दंगे को सुनियोजित बताया। वहीँ PTI के मुताबिक, महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर किए गए प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कुछ पदाधिकारियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।