रायपुर : विगत 29 नवम्बर को पकड़ में आये थे नकली सोने के व्यापारी, घटना न्यू राजेन्द्र नगर थाने क्षेत्र में नकली सोने के विक्रय को लेकर पुलिस ने कार्यवाही की थी जिसमें छोटे स्तर के व्यापारी पकड़ाये थे, मिडिया को कुछ पीड़ितों ने अपनी व्यथा बताई की कैसे उनके साथ ठगी की गई, उनके मान-सम्मान और पैसे का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई कहाँ से होगी, ऊपर इस नकली सोने के व्यापार को पीछे से बढ़ावा देकर और अपना हिस्सा लेने वालों पर पुलिस क्या कार्यवाही कर रही है? पीड़ितों का कहना है की इस मुद्दे को हम लगातार उठायेंगे क्यूंकि आमतौर पर सोना खरीदने वाले मध्यमवर्गीय परिवार के लोग होते है जो आमतौर पर अपनी बेटी की शादी में ही सोना देने के लिये खरीदते है, जिनकी जीवन भर की पूंजी लगी होती है , जो शादी के बाद लड़की के ससुराल पक्ष को पता चलने पर की सोना नकली निकला है, उनका कितना अपमान होता है? इस मुद्दे पर पीड़ित आगे की कार्यवाही करने पर प्रयासरत है।
जाने क्या था मामला :
राजेंद्र नगर थाने में अग्रोहा सोसाइटी निवासी शिवकुमार अग्रवाल ने अपनी जमीन को महावीर नगर स्थित राज ज्वेलर्स के संचालक अनिल वर्मा से 21 लाख रुपये में लिया था। सौदा फरवरी-2021 में हुआ था। उस समय अनिल ने पांच-पांच लाख के दो और 11 लाख का एक चेक दिया था। इनमें से पांच-पांच लाख वाले चेक से राशि का भुगतान हो गया। इससे पहले की 11 लाख के चेक से भुगतान होता अनिल उसके घर पहुंचा गया। उसने बताया कि सोने के भाव में उछाल है। 11 लाख के चेक और 10 लाख रुपये और दे दो। राशि को सोने में निवेश करूंगा, जिससे आपको काफी मुनाफा होगा।
जालसाज कम दाम पर सोना देने और सोने के व्यवसाय में पैसा लगाकर मुनाफा कमाने का झांसा देते थे। इतना ही नहीं कम कैरेट के सोने को 23 कैरेट का बताकर करते थे ठगी। पुलिस ने आरोपी अखिलेश सिंह, अंजली वर्मा समेत जयकुमार नारा को गिरफ्तार किया है। वहीं गैंग के सरगना अनिल वर्मा और कन्हैया लाल चड्डा फरार बताए जा रहे है। वहीं ठगी के शिकार लोगों में कई पुलिसकर्मी और बड़े कारोबारी भी शामिल हैं, उन्हीं बड़े कारोबारियों और फ़ाईनेंसरों के खिलाफ ही पीड़ित शिकायत करना चाहते है।