दुर्ग/भिलाई : पुरानी भिलाई पुलिस ने एक युवक को जाली नोट खपाते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी युवक भिलाई-3 के जलाराम बेकरी पर पहुंचा था और वहां से एक आइसक्रीम खरीदने के बाद उसने वहां पर जाली नोट दिए। नोट का कागज बहुत ही पतला और प्रिंट बहुत ही निम्न स्तर का था, जिसके बाद दुकानदार को शक हुआ था, लेकिन उतना ध्यान नहीं दे पाया। वहीँ आरोपी ने चार से पांच दिन पहले भी उसी दुकान पर 200-200 के चार नोट खपाए थे। दोबारा जाली नोट देने पर दुकानदार ने उसे पहचान लिया और पुलिस को जानकारी दे दी। इसके बाद पुलिस उसे हिरासत में लेकर उसकी तलाशी ली तो उसके पास से 200 के 11 और 500 के 18 जाली नोट मिले। उसके पास से कुल 29 नकली नोट जब्त किया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 318 (4), 179, 180 बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है। आरोपी नरेंद्र सिंग, 43 साल वीरेंद्र नगर आर्टस कालेज के पीछे सरायपाली महासमुंद का निवासी है। वर्तमान में वह रायपुरा रामनगर अभिषेक देवांगन का मकान प्रगति विद्यालय के पीछे थाना डीडी नगर रायपुर रहता है।
दुकानदार ने पुलिस को सूचना दी :
पुलिस ने बताया है कि नवीन नगर, चरोदा के जलाराम बेकरी दुकान में आरोपी नरेंद्र सिंह शनिवार को सामान खरीदने आया था। दुकानदार विवेक कुलश्रेष्ठ को नोट को देखने के बाद शंका हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नरेंद्र सिंह का तलाशी ली, उसके पास से 500 रुपए के 18 और 200 रुपए के 11 नकली नोट बरामद किये गये। जहाँ नोटबंदी के बाद से नकली नोटों में कमी आई थी वहीँ अब ये काम फिर से शुरू हो गया है।
झाड़ियों में मिला नोट का बंडल :
आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि 5-6 दिन पूर्व भाठागांव बस स्टैंड गया था। वहां पास के झाड़ियों में पैसे का बंडल मिला था। जिसे चेक करने पर नकली नोट निकला। आरोपी ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन बाद लालच में आकर भिलाई चरोदा में जलाराम बेकरी से कुछ सामान खरीदकर 200-200 रुपए का 4 जाली नोट देकर वापस रायपुर चला गया था।
पहली बार खपाया 200 के नोेट :
नगर पुलिस अधीक्षक छावनी हरिश पाटिल ने बताया कि आरोपी 19 अप्रैल को उसी दुकान में रात करीब 10.45 बजे फिर आया। उस समय दुकान बंद करने के समय हो रहा था। उसने 500 रुपए का नकली नोट देकर 50 रुपए की कुल्फी पैक करवाया। नोट का सीरियल नंबर 8 सीवी 405332 है। जलाराम बेकरी के मालिक विवेक कुलश्रेष्ठ ने आरोपी के वाहन में रखे हुए हेलमेट से उसे पहचान लिया था। वहीँ दुकानदार को याद आया कि यही व्यक्ति 4 दिन पहले हेलमेट लगाकर दुकान में आया था और जाली नोट देकर चला गया था। तब उसने अपने पिता को बताया और तब उन्होंने पुलिस को सूचित किया। चारों नोटों का सीरियल नंबर एक ही था। इसमें से दो नोट को दुकानदार ने फाड़ दिया था और दो नोट को संभालकर रखा हुआ था।
पुलिस ने तलाशी ली :
वहीँ सूचना बाद मौके पर पुलिस पहुंची और आरोपी की तलाशी ली। उसके पास से 200 रुपए के 11 और 500 रुपए के 18 नकली नोट मिले। उसे गिरतार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उसे ये नोट झाड़ियों में मिले थे।