21 मई अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस, अकेले चाय पियो तो सुकून देती है, किसी के साथ पियो तो अपनापन जगाती है : इन्दू गोधवानी।

प्रस्तावना : चाय भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं थी, हालांकि चाय आज हमारी जीवन शैली का एक महत्वपूर्ण अंग बन चुकी है। 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस के रूप में मनाया जाता है। आपको बता दें कि इस दिन को मनाने का उद्देश्य चाय के इतिहास, महत्व, इसके उत्पादन, जरूरत और खपत के बारे में जागरूकता बढ़ाना है यद्यपि यह उत्सव 2005 से मनाया जा रहा है, संयुक्त राष्ट्र ने 2019 में एक नया अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस स्थापित किया गया। उन्होंने 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस के रूप में नामित किया और इसकी शुरुआत विश्व चाय सम्मेलन से हुई।

आलेख : चाय जब अकेले पियो तो सकून देती है, जब परिवार के साथ पियो तो अपनापन जगाती है और जब दोस्तों के साथ पियो तो वो लम्हे यादगार बनाती है। सर दर्द हो तो दवा बन जाती है, सुस्ती छाए तो फुर्ती लाती है, कड़कड़ाती सर्दी में गर्मी का एहसास कराती है। सस्ती सी चाय कितनी खुशियां देती है, ये तो सिर्फ चाय पीने वाले ही जानते है। अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस प्रत्येक वर्ष 21 मई को मनाया जाता है। चाय दिवस चाय के उत्पादन, व्यापार और उपभोग के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।

बातचीत बंद है चलो मनाया जाए
खुशनुमा सा माहौल फिर बनाया जाए
हर चुस्की पर हो शिकायत फना
क्यों न चाय पर एक-दूसरे को बुलाया जाए
आज़ के वर्तमान परिदृश्य में चाय सिर्फ एक पेय पदार्थ भर नही है, बल्कि चाय ने एक भावनात्मक स्थान प्राप्त कर लिया है।
दो ही तो जरुरत है फिलहाल
एक तो मोबाइल और दूसरी चाय.!
आज 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस है।
कहते हैं पानी के बाद सबसे अधिक पीने वाला पेय पदार्थ यदि कोई है तो चाय ही है। जब हम छोटे थे तो मेरे पिताजी बताया करते थे, कि पहले के जमाने में जब अंग्रेजों का शासन था गांव में सुबह-सुबह एक आदमी बड़ी सा केतली में चाय लेकर आता था और गांव के सभी लोगों को मुफ्त में चाय पिलाया करता था। ऐसा वह हर रोज किया करता था। लेकिन कुछ दिनों बाद बीच-बीच में वह व्यक्त़ि नहीं आता था। अब रोज सुबह लोग उसका इंतजार करने लग गये थे। लोग एक दूसरे से इस बारे में पूछते थे – आज चाय वाला नहीं आया। यह सिलसिला काफी दिनों तक चलता रहा। अब वह आदमी धीरे से आना बंद कर दिया। कुछ दिनों बाद वह गांव में फिर आने लगा लेकिन वह अब चाय नहीं लाता था। पूछने पर कहता कि अब उसे मुफ़्त में चाय नहीं मिल रही है। गांव वालों ने कहा- कोई बात नहीं तुम खरीद कर लाओ हमसे कुछ पैसे ले लिया करो और धीर-धीरे गांव के लोग चाय के आदी हो गये। अब लोग दुकान से चाय, शक्कर खरीदकर खुद घर में चाय बनाकर पीने लगे। कुछ इसी तरह से अंग्रेजों ने हम भारतीयों को चाय पिलाना सिखा दिया। अब तो चाय की तुलना अमृत से होने लगी है। जगह-जगह अमृततुल्य चाय की दुकाने खुल गयी है।
चाय है कि बूढ़ा होने नही देती
अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस है आज, आपको पता है दुनिया में पानी के बाद चाय ऐसा पेय पदार्थ है जो सबसे ज्यादा पिया जाता है। चाय की शुरुआत चीन के लोगों ने की थी सबसे पहले यह रोचक तथ्यों में से एक है लेकिन मैं आपको बताऊं हम सबकी सुबह ज्यादातर चाय के बिना अधूरी है। एक प्याली चाय चाहिए वो भी अदरक इलायची मसाला वाली चाय जो कि दिन बना देती है।
सुबह की पसंद, शाम की तलब है।
जनाब यह चाय है, इसकी बात ही अलग है।
चाय ब्रेन पावर के लिए भी बहुत अच्छी मानी जाती है और कहा यह जाता है कि चाय पीने की जो शुरुआत हुई थी चीन के लोगों ने सबसे पहले की थी। भारत में चाय की शुरुआत 1835 में हुई थी जब अंग्रेजों का जमाना हुआ करता था लेकिन कुछ ऐसी बातें है जो चाय के बारे में बेहद दिलचस्प बनाती है।
सारी बेचैनियां, सारे दर्द, सारी तकलीफें,
जैसे हवा हो गई, चाय चाय ना होकर,
जैसे हर मर्ज की दवा हो गई
चाय की पत्तियों को अगर आप भिगो देंगे और घर के कोनों कोनों में रख देते है तो वह एक नेचुरल ऑल आउट का काम करती है मच्छर आपके घर से बिल्कुल चले जायेंगे यह एक रोचक तथ्य है चाय के बारे में।
हम तो दीवाने हैं चाय के ,,,
इसकी खुशबू हमें लुभाती है,,,
यह बेगाने लोग क्या जाने,
कि एक कप चाय
सुकून दिल को कहां तक दे जाती है.!
इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में एक शोध हुआ है जिसमें पाया गया है कि चाय में कुछ ऐसे इंग्रेडिएंट्स होते है जो आपकी हड्ड़ियों को मजबूत करते है जी हां हड्ड़ियों को मजबूत करते है और कैटेचिन नाम की इंग्रेडिएंट्स होता है चाय में वह आपकी नई बोन्स बनाता है। चाय में एक एल-थेनाइन नाम का पदार्थ होता है जो आपकी ब्रेन पावर को बहुत मजबूत करता है। आप चाय पियेंगे तो तनाव से राहत महसूस करेंगे अपने आपको लेकिन यह भी बात है चाय खाली पेट मत पीजिए यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है।
चाय तो बस चाय है..कोई शराब थोड़ी है..उड़ने दो अफवाहों को..चाय सेहत के लिए खराब थोड़ी है..!
एक और जानकारी बहुत रोचक है चाय में एंटीऑक्सीडेंट होता है तो जिसके कारण चाय पीने से आप जल्दी बूढ़े नही होते है। आपकी उम्र अच्छी बनी रहती है। तो इसलिए चाय पीजिए और यंग बने रहिए।
संकलन एवं साभार प्रस्तुति:-
इन्द्र कुमार गोधवानी (इन्दू)