केरल तट के पास बड़ा हादसा, अरब सागर में मालवाहक जहाज में भीषण आग, 4 लोग लापता, सामने आई ये जानकारी….।

तिरुवनंतपुरम (केरल) : अरब सागर में केरल तट के पास एक बड़े विदेशी मालवाहक जहाज में सोमवार सुबह आग लग गई। इंडियन कोस्ट गार्ड ने इस आपात स्थिति में बचाव अभियान शुरू किया। जहाज मुंबई की ओर आ रहा था, जिसमें 20 कंटेनर समुद्र में गिर गए हैं। जहाज में कई विस्फोट और आग लगने की घटनाएं भी हुईं। जहाज पर सवार 22 कर्मियों में से 18 ने समुद्र में छलांग लगा दी। उनको बचा लिया गया है। वहीँ घटना के बाद चार कर्मी अब भी लापता है। जहाज अभी डूबा नहीं है, लेकिन स्थिति गंभीर है। तटरक्षक बल के अनुसार यह घटना सोमवार तड़के करीब 40 नॉटिकल मील की दूरी पर कोझीकोड तट से हुई। जहाज पर एक विदेशी ध्वज है। संभवतः वह सिंगापुर का ध्वज है। आग लगने के कारण कई कंटेनर समुद्र में गिर गए, जिससे पर्यावरणीय और मानवीय चिंताएं बढ़ गई हैं। इस घटना में तटरक्षक बल ने तुरंत बचाव जहाज और हेलीकॉप्टर तैनात किए और 18 कर्मियों को बचाव नावों में पहुंचाया गया है। शेष चार कर्मियों की तलाश जारी हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि आग और विस्फोटों के कारण जहाज का ढांचा क्षतिग्रस्त हुआ है, लेकिन यह अभी भी तैर रहा है।

इस बीच केरल के मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) को निर्देश दिया है कि वे एर्नाकुलम और कोझीकोड जिला कलेक्टरों को आवश्यक तैयारियां करने के लिए कहें, ताकि अगर जहाज के कर्मियों को केरल तट पर लाया जाए तो उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. KSDMA ने स्थानीय अस्पतालों और आपातकालीन टीमों को अलर्ट किया है।तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने की सलाह दी है। तटरक्षक बल ने बताया कि जहाज से गिरे कंटेनरों में संभावित खतरनाक सामग्री हो सकती है, जिसके कारण समुद्री जीवन और तटीय पारिस्थितिकी तंत्र को खतरा हो सकता है। इसकी लंबाई 270 मीटर है। जहाज मुंबई की ओर आ रहा था। जहाज में कई विस्फोट और आग लगने की घटनाएं भी हुई हैं। जहाज में लदे कई कंटेनर समुद्र में गिर गए हैं। जानकारी के अनुसार, चालक दल के 22 सदस्यों में से कोई भी भारतीय नहीं हैं। चालक दल के सदस्य चीन, इंडोनेशिया और थाईलैंड जैसे देशों से हैं।

तटरक्षक सूत्रों ने चेतावनी दी है कि जहाज में अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ हो सकता हैं, जिससे और अधिक नुकसान हो सकता है। जहाज में कुल 640 कंटेनरों में से 4 कंटेनरों में अत्यंत खतरनाक पदार्थ हैं। जहाज पर लदे सामान में ज्वलनशील ठोस पदार्थ, तरल पदार्थ और जहरीले पदार्थ भी हैं। 5 बचाव जहाज फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। आईएनएस सूरत भी समंदर में उस जगह पर पहुंच गया है जहां यह हादसा हुआ है। आईएनएस सूरत ने भी बचाव कार्य शुरू कर दिया है।