नई दिल्ली : सोने चांदी के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है, ऐसे में सोने और चांदी की कीमतों में शुक्रवार को बड़ा उलटफेर हो गया है। दोनों की कीमतों में तेज उछाल दर्ज किया गया है। राष्ट्रीय राजधानी में सोने (99.9 प्रतिशत शुद्धता) की कीमतों में 2,200 रुपये की तेजी आई है और यह 1,01,540 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर के करीब पहुंच गया है। अखिल भारतीय सराफा संघ के अनुसार, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाली कीमती धातु 1,900 रुपये बढ़कर 1,00,700 रुपये प्रति 10 ग्राम (सभी करों सहित) पर पहुंच गई है। इससे पहले 22 अप्रैल को, सोना 1,800 रुपये चढ़कर 1,01,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। वहीँ इधर, चांदी की कीमतों में भी शुक्रवार को 1,100 रुपये की तेजी आई है और यह 1,08,100 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी करों सहित) के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई है। ऐसे में जिनके यहाँ शादी ब्याह के मौके है , उनके लिये मुसीबत खड़ी हो गई है।
किस वजह से बढ़ गए दाम :
मेहता इक्विटीज के कमोडिटीज के उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री कहते हैं कि ईरान पर इजरायल के सैन्य हमले के बाद सोने में यह तेज उछाल आया है, जिससे मध्य पूर्व में व्यापक संघर्ष की आशंका बढ़ गई है, जिसके कारण दामों में वृद्धि हुई है और शेयर मार्किट बैठ गया है। साथ ही, राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा एकतरफा टैरिफ लगाने की धमकी सहित अमेरिकी व्यापार नीति पर अनिश्चितता फिर से बढ़ गई है, जिससे जोखिम कम होने की भावना पैदा हो गई है। वैश्विक अस्थिरता के बीच निवेशक सुरक्षित निवेश वाले साधनों की ओर आकर्षित हुए। यही वजह है कि सोने की कीमत में तेज उछाल देखी जा रही है।
वायदा बाजार में कैसा रहा रुख :
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर, कीमती धातु के सबसे ज्यादा कारोबार वाले अगस्त डिलीवरी अनुबंध सुबह के कारोबार में 2,011 रुपये बढ़कर 1,00,403 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए है। मेहता इक्विटीज के कमोडिटीज के उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने कहा कि सोने की कीमतें नई ऊंचाई पर पहुंच गईं और 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गईं, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोना 3,440 डॉलर प्रति औंस से ऊपर चला गया। बाद में, सोने ने अपनी शुरुआती बढ़त कम कर ली और 99,906 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रही थी। वैश्विक स्तर पर, हाजिर सोना 28. 30 डॉलर प्रति औंस या 0. 84 प्रतिशत बढ़कर 3,415. 13 डॉलर प्रति औंस हो गया है। ऐसे में वृद्धि जारी रहने कि सम्भावना है।
इस वजह से भी बढ़ गई सोने की अपील :
उम्मीद से कमजोर अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों ने फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में और कटौती की उम्मीदों को मजबूत किया है, जिससे सोने की मांग बढ़ गई है, जिससे दम बढ़ गये है। वहीँ कोटक सिक्योरिटीज में कमोडिटी रिसर्च की सहायक उपाध्यक्ष कायनात चैनवाला के अनुसार, निवेशकों का ध्यान अब मिशिगन विश्वविद्यालय की आगामी उपभोक्ता भावना रिपोर्ट पर केंद्रित है, विशेष रूप से मुद्रास्फीति अपेक्षा घटक पर, ताकि बुलियन कीमतों और मौद्रिक नीति परिदृश्य पर आगे का मार्गदर्शन मिल सके।



