बलरामपुर : छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में राजपुर के एसडीएम और तहसीलदार का तबादला कर दिया गया है। दोनों अफसरों पर धर्मांतरण को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। इस मामले के तूल पकड़ते ही हिंदू संगठन मुखर हो गए थे और उन्होंने कड़ा विरोध जताते हुए अफसरों पर कार्यवाही की मांग की थी। वहीँ बीते दिनों हिंदू संगठनों ने इस मामले में एसडीएम और तहसीलदार पर कार्यवाही करने को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा था। जिसके बाद उन्हें जांच और कार्यवाही को लेकर आश्वासन मिला था। अब इस मामले में दोनों अफसरों का तबादला कर दिया गया है।
राजपुर के एसडीएम राजीव जेम्स कुजूर का तबादला बलरामपुर के जिला कार्यालय किया गया है, वहीं तहसीलदार पूनम रश्मि तिग्गा को राजपुर से हटाकर कार्यालय भू-अभिलेख शाखा में तैनात किया गया है। देवेंद्र कुमार प्रधान (संयुक्त कलेक्टर) को राजपुर के एसडीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नायाब तहसीलदार नरेंद्र कुमार कंवर को तहसीलदार का प्रभार दिया गया है। भाजपा के मंडल अध्यक्ष व आरएसएस के नेताओं ने सरकारी अधिकारियों पर इसे शह देने का आरोप लगाया है। भाजपा नेताओं का आरोप है कि एसडीएम ने ईसाई समुदाय को सभा करने की परमिशन दी थी और उसी की आड़ में धर्मांतरण का खेल चल रहा था।
एसडीएम ने दी थी चंगाई सभा की अनुमति :
दरअसल राजपुर में चंगाई सभा के लिए एसडीएम राजीव जेम्स कुजूर द्वारा अनुमति दी गई थी। बैढी गांव में चंगाई सभा में सैकड़ों लोग पहुंचे थे। सभा की आड़ में धर्मांतरण की सूचना मिली थी, जिसके बाद प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और सभा को बंद कराया गया। इस मामले में पुलिस की टीम ने संदीप भगत और परसों बैक नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था और उन्हें गिरफ्तार किया था। कोर्ट में पेश कर दोनों को जेल भेज दिया गया है।
सभा की आड़ में धर्मांतरण का खेल :
पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि चंगाई सभा की आड़ में रात के समय बड़ी संख्या में भोले-भाले ग्रामीणों की भीड़ जुटाई गई थी और धर्मांतरण का खेल चलाया गया। सभा में लोगों को लालच देकर उन्हें धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। हिंदू संगठनों ने चंगाई सभा के लिए अनुमति देने के जिम्मेदार अफसरों पर कार्यवाही की मांग की थी। जिसके बाद बुधवार को राजपुर के एसडीएम राजीव जेम्स कुजूर और तहसीलदार पूनम रश्मि तिग्गा का तबादला कर दिया गया। नगर पंचायत राजपुर के अध्यक्ष एवं आरएसएस के ग्राम विकास के जिला सहसंयोजक धर्म सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एसडीएम के साथ तहसीलदार की भी इसमें संलिप्तता है, क्योंकि जब प्रशासन के टीम कार्यवाही करने गई थी तो तहसीलदार ने इस घटनाक्रम का पंचनामा बनाने से इंकार कर दिया था।



