आगरा (उ.प्र.) : आगरा के चौंकाने वाले धर्मान्तरण मामले में कई हैरान करने वाले खुलासे हो रहे है। लव जिहाद के जरिए धर्म परिवर्तन करवा चुकी एक हिंदू लड़की के खुलासे के बाद उ.प्र. के आगरा से एक बड़े धर्मांतरण गिरोह का खुलासा हुआ है। इसने पूरे हिन्दू समाज को झकझोर करके रख दिया है। इस मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम ने अभी तक 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अब इस मामले में जयपुर के पीयूष सिंह पंवार के मुस्लिम बनने की कहानी सामने आई है। जो काफी चौंकाने वाली है। पीयूष सिंह पंवार उर्फ मोहम्मद अली इस समय आगरा पुलिस की गिरफ्त में है। वह भी अवैध धर्मांतरण के नेटवर्क से जुड़ा था, लेकिन अब उसे अपने किए पर पछतावा है। पीयूष उर्फ मो. अली अब वापस हिंदू धर्म में घरवापसी करना चाहता है। करीब 25 साल का अली जयपुर शहर के हसनपुर मोहल्ले में परिवार के साथ रहता था। उसके पिता हिन्दी के एक अखबार में काम करते हैं. उनका दर्द रुला देगा.
BCA की पढ़ाई के दौरान मुस्लिम लड़की से प्रेम, फिर बदला धर्म :
पीयूष के पिता और चाचा का परिवार जयपुर शहर के हसनपुरा में लंबे अरसे से रह रहा था। उनके दो बेटों में बड़ा पीयूष सिंह पंवार जयपुर के ही एक संस्थान से BCA की पढ़ाई कर रहा था। पढ़ाई के दौरान ही वह एक मुस्लिम लड़की के संपर्क में आया। जिसके बाद वह उसके प्यार में मुसलमान बन गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुछ ही दिनों में वह गोवा की आयशा के संपर्क में भी आ गया। आयशा ने उसे अवैध धर्मांतरण के नेटवर्क में शामिल कर लिया था।
बेटे के धर्म बदलने के बाद परिवार में मचा कोहराम :
धर्म परिवर्तन के बाद मोहम्मद अली बनने पर उसके परिवार में जमकर कोहराम मचा था। मां ने रो-रोकर समझाने की बहुत कोशिश की तो पिता ने नाराज होकर उससे बातचीत तक बंद कर दी, लेकिन उस पर कोई फर्क नहीं पड़ा और फिर वह चला गया और फिर अब जाकर मिला है। मोहम्मद अली ने लंबी दाढ़ी रख ली है। उसने कुर्ता-पजामा पहनना शुरू कर दिया है और पांच वक्त की नमाज व इबादत करने लगा है। धर्म परिवर्तन करने के बाद उसने MCA में एडमिशन नहीं लिया और आगे की पढ़ाई भी छोड़ दी। इसके बाद वो अपने जीवन में मस्त हो गया।
बेटे की करतूत से तंग आकर पिता ने बेच दी जमीन :
वहीं उसका परिवार जयपुर में जिस क्षेत्र में रहता था, वहां आसपास ज्यादातर मुस्लिम परिवार के लोग रहते थे। उसके धर्म परिवर्तन की वजह से क्षेत्र के लोग उसके परिवार वालों का अक्सर मजाक उड़ाते थे। इससे आहत होकर अली के पिता ने करीब साल भर पहले उस मकान को बेच दिया था। वे मुस्लिम समाज के लोगों के मजाक उड़ाने से काफी मानसिक रूप से परेशान रहते थे।
पुराने मोहल्ले के लोगों से तोड़ लिया नाता :
वह शहर से दूर कहीं जाकर बस गए. पड़ोस के लोग उनसे संपर्क ना करें और अली को लेकर कोई बातचीत ना करें, इस वजह से उन्होंने पुराने मोहल्ले के लोगों से पूरी तरह नाता तोड़ लिया। सालों से पीयूष के पिता जिस मोहल्ले में जीते आए, उसे उन्हें छोड़ना पड़ा। अली का परिवार जिस मकान में रहता था। उसे जावेद नाम के एक शख्स ने खरीदा है। अब इस मकान के आसपास रहने वाले लोग कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। अली के परिवार से खरीदे गए मकान को गिरा कर जावेद अब उसे नए तरीके से बना रहे हैं। इस तरह एक परिवार की भावनाओं का दर्दनाक कत्ल हो गया।




