नौ महीने तक कोख में पालने के बाद नवजात बच्ची को मंदिर में छोड़ा लावारिस।

कवर्धा : कहते है माँ कि ममता ईश्वर के बराबर होती है, सोचो कैसा होगा मां का दिल, जिसने नौ महीने तक कोख में बच्ची को पालने के बाद जन्म के महज दो दिन दिन बाद मंदिर में लावारिस छोड़ गई। कह पाना तो मुश्किल है, लेकिन आज के समय बिन ब्याही माँ बनने के कई मामले सामने आते ही रहते है, लेकिन इस मामले की वास्तविकता क्या है, कह पनही सकते है, लेकिन भला हो उन राहगीरों का और पुलिस जवानों का जिन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए बच्ची को डॉक्टर और नर्सों के सुरक्षित हाथों में पहुंचाया।

यह घटना कबीरधाम जिले के चिल्फी घाट की है, जहां स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर परिसर में गुरुवार और शुक्रवार की मध्यरात्रि को महज दो दिन की नवजात बच्ची लावारिस मिली है। अंधेरी रात में मासूम को कोई मंदिर में छोड़कर चला गया था। लोगों की सूचना पर मौके पर चिल्फी थाना पुलिस की टीम पहुँच गई। आरक्षक गंगा धुर्वे ने बिना देरी किए नवजात को कवर्धा जिला अस्पताल भिजवाया। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की हालत स्थिर है, और वह सुरक्षित है। पुलिस अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आसपास के सीसीटीवी फुटेज और संभावित गवाहों के आधार पर तेज कर रही है। जिसके बाद शायद इसकी माँ तक पहुंचा जा सके है।