फतेहपुर (उ.प्र.) : उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में नवाब अब्दुल समद के मकबरे में बवाल का मामला सुर्खियों में है। इस मामले में हिन्दू संगठनों ने जमकर बवाल मचाया है। बीते दिन सोमवार को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल की अगुवाई में मकबरे में जबरन घुसकर पूजा-अर्चना करने की कोशिश की थी। वहीँ इस घटना में शामिल सभी उपद्रवियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है जिसमें एक समाजवादी पार्टी से जुड़े नेता पप्पू सिंह चौहान का नाम भी शामिल है। दावा किया जा रहा है कि पप्पू सिंह चौहान भी मकबरे से जुड़े इस बवाल में शामिल था। साथ ही आपको बता दें कि सपा मुस्लिम वोटबैंक को लेकर हमेशा चुनावी रणनीति बनाती है, ऐसे में मुसलमानों के साथ यह छलावा माना जा रहा है, जिसके बाद सपा को लेकर मुस्लिम संगठनों ने नाराजगी जताई है।
पप्पू सिंह चौहान कौन हैं?
मकबरे से जुड़े नामजद आरोपियों में अभिषेक शुक्ला, धर्मेंद्र सिंह, आशीष त्रिवेदी, पप्पू सिंह चौहान, प्रसून तिवारी, ऋतिक पाल, विनय तिवारी, सभासद पुष्पराज पटेल, अजय सिंह उर्फ रिंकू लोहारी और देवनाथ धाकड़े प्रमुख हैं। बता दें कि प्राथमिकी में नामजद पुष्पराज पटेल फतेहपुर जिले में भाजपा के महामंत्री हैं। धर्मेंद्र सिंह बजरंग दल का जिला संयोजक है, और प्रसून तिवारी भाजपा युवा मोर्चा के जिला महामंत्री हैं। जबकि पप्पू सिंह चौहान समाजवादी पार्टी से जुड़ा हैं, जिसके बाद सपा के लिये मुसीबत खड़ी हो गई है। कई ऐसी तस्वीरें और वीडियो भी सामने आ चुके है जिसमें वह सपा कार्यकर्ताओं के साथ नजर आ चुके हैं।
हिंदू संगठन के लोग भाजपा जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल की अगवाई में मकबरे में पूजा करने के लिए पहुंचे थे। भाजपा जिला अध्यक्ष ने माना कि उनकी अगवाई में ही हिंदू संगठनों ने मकबरे में घुसकर पूजा की थी। लेकिन उस भाजपा जिला अध्यक्ष का FIR में नाम तक नहीं है। मकबरे में घुसकर पूजा करने में हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज त्रिवेदी भी थे। मनोज त्रिवेदी का वीडियो भी सामने आया था। मनोज त्रिवेदी ने कहा वो भी गए हुये थे और उन्होंने पूजा भी की थी। लेकिन मनोज त्रिवेदी का नाम भी एफआईआर लिस्ट में शामिल नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘यह मकबरा नहीं हमारे ठाकुर जी का मंदिर है।’



