कुकर बम विस्फोट की नक्सली साजिश हुई नाकाम।

गरियाबंद : नक्सलियों की बड़ी साजिश को जवानों ने सर्चिंग के दौरान नाकाम कर दिया। यहाँ एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान जवान सिकासेर की पहाड़ियों पर गश्त के लिए निकले थे। गश्त के दौरान जवानों को सिकारेस की पहाड़ी पर एक जगह कुछ संदिग्ध सामान होने का शक हुआ। जिसके बाद जवानों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर सघन सर्चिंग अभियान चलाया। सर्चिंग के दौरान जवानों को एक जगह पर जमीन खुदी हुई नजर आई। जवानों ने ऐहतियात बरतते हुए उस जगह की खुदाई की। खुदाई के दौरान जवानों को जमीन के भीतर छिपाकर रखे गए 6 बड़े साइज के प्रेशर कुकर मिले। साथ ही यहाँ मौके से बड़ी मात्रा में दवाएं और नक्सलियों के इस्तेमाल में आने वाले दैनिक सामान मिले हैं। वहीँ प्लास्टिक के बैग में छिपाकर रखा गया एक कलर प्रिंटर और इंक की बॉटल भी मिली है।

नक्सलियों के ठिकानों से पहले भी कई बार कलर प्रिंटर मिलने की खबर सामने आ चुकी है। इससे ये साफ है कि नक्सली जंगल में कलर प्रिंटर का इस्तेमाल कर रहे हैं। गरियाबंद पुलिस के मुताबिक माओवादियों ने अपना सामान सिकासेर की पहाड़ियों में डंप किया था। जहाँ सर्चिंग अभियान पर निकली जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ की टीम इसे बड़ी सफलता बता रही है। इस मामले में शक जताया जा रहा है कि माओवादी 15 अगस्त के दिन विस्फोट की साजिश कर रहे होंगे।

नक्सलियों के ठिकाने से बरामद सामान :

  • बम बनाने के लिए 6 कुकर
  • मेडिकल किट
  • इंजेक्शन के डब्बे
  • बड़ी मात्रा मेडिकल बैंडेज
  • नक्सली पोस्टर बनाने का सामान

आपको बता दें कि गरियाबंद जिले की सीमा ओडिशा राज्य की सीमा से लगती है। यहाँ पूर्व में भी कई बार नक्सली हिंसक वारदातों को अंजाम देकर ओडिशा की ओर चले जाते हैं। नक्सलियों का डंप सामान मिलने के बाद इलाके में सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है। नक्सलियों कि लगाम लगातार कसी जा रही है।